बॉलीवुड पर छा जाने वाली अभिनेत्री दिव्या भारती ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. अगर दिव्या ने उस दिन मौत को चकमा दे दिया होता.. अगर 5 अप्रैल 1993 को दिव्या भारती के साथ वो हादसा ना हुआ होता तो वो आज भारतीय सिनेमा के आसमान में चांद की तरह चमचमा रहीं होती. लेकिन दिव्या भारती की मौत हिंदी सिनेमा की सबसे दर्दनाक कहानी बन कर रह गई.
महज 19 साल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने वाली दिव्या भारती कम समय में ही युवाओं के दिल की धड़कन बन गई थीं. उनकी खूबसूरती और जबरदस्त एक्टिंग ने दर्शकों का दिल मोह लिया था. फिल्म दिवाना में उनकी मासूमियत के तो लोग कायल हो गए थे. इसी बीच अपने ही घर में दिव्या की रहस्यमय मौत हो गई.फिल्म अभिनेत्री दिव्या भारती का जन्म 25 फरवरी, 1974 को महाराष्ट्र में हुआ था. 1990 में उन्होंने अपनी करियर की शुरुआत तेलुगु फिल्म ‘बोब्बिली राजा’ से की थी.
20 मई, 1992 को बॉलीवुड फिल्म प्रोड्यूसर और डायरेक्टर साजिद नाडियाडवाला से शादी कर ली थी. 1992 में बनी फिल्म ‘दीवाना’ के लिए दिव्या को सर्वश्रेष्ठ फिल्म अभिनेत्री का फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला था.
इसके बाद उन्होंने करीब 14 हिंदी और सात दक्षिण भारतीय फिल्में की हैं. ज्यादातर फिल्में 1991 से 1993 के बीच की हैं. दिव्या की लोकप्रियता उस वक्त चरम पर थी. इसी दौरान 5 अप्रैल, 1993 को वो अपने फ्लैट में थीं. अचानक फ्लैट की खिड़की से फिसलकर गिरने से दिव्या भारती की रहस्यमयी मौत हो गई. मामला पुलिस तक जा पहुंचा. पुलिस ने रिपोर्ट में शराब के नशे में बालकनी से गिर जाना ही मौत की वजह बताया था. हालांकि कुछ लोगों ने उनकी मौत को हत्या करारा दिया था.
जिसका शक उनके पति साजिद नाडियाडवाला पर था. दिव्या की मौत के समय साजिद फिल्म ‘लाडला’ शुरू करने वाले थे. बाद में उस फिल्म में दिव्या भारती की जगह श्रीदेवी ने काम किया था. दिव्या भारती की मौत का मामला कई दिनों तक चर्चाओं में रहा. उनकी मौत से उनके फैंस बहुत मायूस हुए. हैरान करने वाली बात ये है कि हत्या और आत्महत्या के बीच उलझी दिव्या भारती की मौत आज भी एक पहेली है. हालांकि कुछ महिनों बाद पुलिस ने इस केस की फाइल बंद कर दी थी.