मऊ थानांतर्गत यमुना नदी के बियावल घाट पर रविवार रात बालू ढुलाई के दौरान श्रमिकों में हुए खूनी संघर्ष में एक मजदूर की हत्या कर दी गई। पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज कर पड़ताल शुरू की है।
दोनों पक्षों में बंटे अन्य मजदूरों ने भी की मारपीट
यमुना नदी के बियावल घाट पर रविवार रात मऊ के रेड़ी भुसौली गांव निवासी 50 वर्षीय शारदा प्रसाद रैदास, प्रेम निषाद उर्फ पिंटू समेत दो दर्जन मजदूर बालू ढुलाई में लगे थे। रात करीब दस बजे प्रेम और शारदा के बीच बालू ट्रक पर लादने के बाद ढेर बराबर करने को लेकर कहासुनी हो गई। देखते ही देखते दोनों में गुत्थमगुत्था शुरू हो गई। इसके बाद दो पक्षों में बंटे बाकी मजदूर भी मारपीट करने लगे। इसी बीच प्रेम निषाद ने शारदा प्रसाद के सीने पर वजनदार वस्तु से हमला कर दिया।
कई जगह फावड़े से भी चोटें आईं। शारदा के लहूलुहान होने पर सभी भाग निकले। घाट पर मौजूद लोगों ने घायल शारदा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊ में भर्ती कराया, जहां से जिला अस्पताल भेजा गया। नाजुक स्थिति में प्रयागराज रेफर किया गया, जहां उसकी मौत हो गई। सोमवार सुबह स्वजन के थाने पहुंचने पर पुलिस सक्रिय हुई। मऊ थाना प्रभारी निरीक्षक सुभाष चंद्र चौरसिया ने बताया कि नामजद आरोपित प्रेम उर्फ पिंटू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तलाश की जा रही है। घाट पर मजदूरों से पूछताछ की गई है। जल्द आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
पहले भी हो चुके हैं झगड़े
जिले में बालू खनन के दौरान पहले भी कई बार झगड़े हो चुके हैं। कौशांबी के लोगों से मऊ के मजदूर मारपीट कर चुके हैं। इसी तरह पहाड़ी इलाके में भी खनन के दौरान कई बार मारपीट हुई है। अक्सर मारपीट के बाद भी पुलिस निष्क्रिय रहती है।