नई दिल्ली. केंद्र सरकार के बजट 2018 पर विभिन्न दलों की अलग अलग प्रतिक्रिया आ रही है. वक्त वक्त पर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मुखर रहने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बजट पर भी नाराजगी जाहिर की है. ट्विटर पर केजरीवाल ने लिखा कि मैं कुछ वित्तीय सहायता मिलने की उम्मीद लगाए बैठा था जो दिल्ली में अहम परियोजनाओं के लिए मददगार साबित होती. लेकिन केंद्र ने सौतेली मां जैसा व्यवहार जारी रखा है और मुझे इससे निराशा हुई है.
केजरीवाल ने आगे कहा कि बजट में मध्यवर्ग और व्यापारियों के लिए कुछ भी नहीं है. इनको पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया है. बता दें कि केजरीवाल से पहले ने भी केंद्र पर बजट को लेकर निशाना साधा था. राहुल गांधी ने केंद्रीय बजट को लेकर केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों में केवल वादे किए गए हैं और ‘शुक्र है कि’ मोदी सरकार का केवल एक वर्ष बचा हुआ है.
I had expected some financial assistance to important infrastructure projects for national capital. Am disappointed that Centre continues its step-motherly treatment to Delhi
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2018
राहुल ने ट्विटर पर लिखा कि एनडीए सरकार के चार वर्ष बीत गए लेकिन यह किसानों से उनके उत्पादों के बारे में उचित मूल्य के केवल वादे कर रही है. उन्होंने आरोप लगाए कि सरकार इस दौरान केवल तड़क-भड़क वाली योजनाओं के साथ आगे आई और देश के युवाओं को रोजगार मुहैया नहीं कराया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘चार वर्ष बीत गए, अब भी किसानों से उचित मूल्य के वादे किए जा रहे हैं. चार वर्ष बीत गए, तड़क-भड़क वाली योजनाएं. चार वर्ष बीत गए युवकों को नौकरी नहीं मिली। शुक्र है कि एक वर्ष और बचा हुआ है.’