किसी भी तरह की जर्नी चाहे वो बस, प्लेन या ट्रेन की हो, बच्चों पर विशेष ध्यान देना पड़ता है, जैसे- उनकी शरारतों को संभालना, उनके खाने-पाने का ध्यान रखना। सफर के दौरान खासकर समस्या तब होती है जब यात्रा लंबी हो। हम किसी भी माध्यम से जर्नी क्यों ना कर रहे हो हमको उनका ज्यादा ख्याल रखना पड़ेगा। आज हम आपको बता रहे है सफर के दौरान आपको किन-किन चीजों का ध्यान रखना है और कौन-कौन सी चीजें साथ में लेकर चलनी है ताकि रास्ते में आपको परेशानी ना हो।
जर्नी पर जाने से पहले याद से उनकी जरूरत की चीजें साथ रख लें। कोशिश करें कि उनकी पसंद की खाने की चीजें साथ लेकर चलें। साथ में चॉकलेट जरूर लेकर चलें, इससे अगर वो जिद करें तो उन्हें मनाने में आसानी रहेगी। साथ ही उनको बाहर का खाना भी नहीं खिलाना पड़ेगा। अगर बच्चा दूध पीता हैं तो पहले से पर्याप्त मात्रा में दूध साथ में रखें। अगर बच्चे का पेट भरा होगा तो आपको परेशान नहीं करेगा।
-अगर सर्दी के मौसम में यात्रा कर रही हैं तो बच्चे के लिए एक्स्ट्रा कपड़े जरूर रखें। चूंकि सर्दियों में कपड़े जल्दी नहीं सूखते इसलिए बच्चों के कपड़े हमेशा एक्स्ट्रा होने ही चाहिए। कई बार बच्चे रास्ते में टॉयलेट और पॉटी करते हैं, इसलिए एक्स्ट्रा अंडरगार्मेंट भी साथ रखना ना भूलें।
-प्लेन में सफर कर रही हैं तो हैड लगेज के लिए हमेशा बैगपैक इस्तेमाल करें, ताकि बच्चे को संभालने के लिए आपके हाथ फ्री रहें।
अगर प्लेन से सफर करने वाली है इस बात का ध्यान रखें कि आपकी फ्लाइट रात की हो, क्योंकि रात का समय होने के कारण बच्चा आपको तंग नहीं करेगा और अपने सो जाएगा।
-बच्चों के लिए हमेशा अलग से बैग रखें। इससे उनकी जरूरत की चीजें आसानी से एक ही जगह पर मिल जाएंगी। अपने कपड़ों के साथ उनके कपड़े ना रखें। बच्चों को बार-बार कपड़े चेंज करवाने पड़ सकते है ऐसे में बार-बार पूरी पैकिंग को अनपैक करना मुशिकल भरा काम होगा। साथ ही, वो खुद भी अपनी जरूरत चीजें बैग से निकाल सकते हैं।
-बच्चे को रास्ते में उलझाएं रखने के लिए खिलौने और किताबें जरूर रखें। अगर सफर लंबा है तो बच्चों का ध्यान भटकाएं रखने के लिए कुछ इंडोर गेम्स जैसे- खिलौने, लूडो साथ लेकर जरूर चलें, इससे उनका मन लगा रहेगा और वो जीद नहीं करेंगे। अगर खिलौने और किताबें रखने की जगह ना हो तो मोबाइल में बच्चों के गेम या किड्स फ्रेंडली ऐप डाउनलोड कर लें।
-होटल का चुनाव करते समय कुछ बातों का ध्यान रखें, जैसे की ऐसा होटल कभी भी ना चुनें, जो बहुत ऊंचाई पर हो और जहां ज्यादा सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हो, क्योंकि बच्चे को गोद में लेकर या साथ लेकर बार-बार सीढ़ियां चढ़ना या उतरना मुश्किल हो सकता है।
-सफर करते हुए बच्चों को एसी के तापमान के अनुसार ही कपड़े पहनाएं। अगर एसी में सफर नहीं कर रही हैं तो उन्हें मौसम के हिसाब से कपड़े पहनाएं। ठंड में गरम कपड़े और गर्मियों में हल्के और मुलायम कपड़े। गर्मी के मौसम में सफर के दौरान उन्हें हल्के कपड़े आराम देंगे। जर्नी के दौरान बच्चों को गर्मी और पसीने से बचाने के लिए बीच-बीच में उनके कपड़े बदलते रहे।