मलयालम फिल्म निर्देशक सनल कुमार शशिधरन उन्हीं लोगों में से एक हैं। शशिधरन ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि ” हर कोई सिंधू की सफलता का जश्न मना रहा है, लेकिन इसमें इतना खुश होने की क्या बात है? क्या हो अगर मैं इस जीत पर थूक दूं…”
उनकी इस पोस्ट के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर उन्हें बुरी तरह लताड़ा। लेकिन बाद में शशिधरन इस पर सफाई देते नजर आए कि यह एक मजाक था जिसे लोग समझ नहीं पाए।
सिंधू से पहले साक्षी की जीत पर भी हो चुकी है आलोचना
पीवी सिंधू की जीत की आलोचना करने वाले सनल कुमार को वामपंथी विचारधारा का माना जाता है, लेकिन वह भारत के ओलंपिक पदक विजेताओं पर टिप्पणी करने वाले अकेले व्यक्ति नहीं हैं।
उनसे पहले पीएस विल्सन नाम के एक व्यक्ति ने साक्षी मलिक की कांस्य पदक को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी, जब लोगों ने उनकी लताड़ लगाई तो उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट डिलीट कर दी।
उन्होंने मलयालम में लिखी अपनी पोस्ट में कहा था, “साक्षी की जीत अंधों के देश में काना राजा बनने जैसा है। 2 करोड़ की जनता वाले देश के पास ढेरों मेडल्स हैं, और हम 130 करोड़ की आबादी होकर भी कांस्य पदक का जश्न मना रहे हैं। गाय की पूजा करने वालों और उसका मूत्र पीने वालों के लिए ओलंपिक का मतलब ही क्या है मुझे शर्म आती है कि मैं इस देश में पैदा हुआ हूं।”
इससे पहले एक पाकिस्तानी पत्रकार ने साक्षी मलिक के मेडल जीतने की खिल्ली उड़ाई थी। उनकी खिल्ली का जवाब बिग बी अमिताभ बच्चन ने जोरदार तरीके से दिया था।