देहरादून: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज पूर्ववत बना हुआ है। कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले में हुए जबरदस्त हिमपात का असर भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले मार्ग पर भी पड़ा है। हिमस्खलन से मुनस्यारी और मिलम के बीच मार्ग तीन स्थानों पर बंद हो गया है। इससे भारत-तिब्बत सीमा बल (आइटीबीपी) की चौकियों तक रसद पहुंचाना मुश्किल हो सकता है। इसके अलावा बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब और गोरसो बुग्याल की पहाड़ियों पर भी हिमपात हुआ है।
स्थानीय लोगों के अनुसार चीन सीमा को जोड़ने वाला मुनस्यारी-मिलम मार्ग पर तीन स्थानों पर विशाल हिमखंड आ गए है। दरअसल, बीते दिनों उच्च हिमालयी क्षेत्र में भारी हिमपात हुआ था। हिमपात के बाद धूप खिलने से ग्लेशियरों से हिमखंड टूटने लगे हैं। इस समय उच्च हिमालय में केवल आइटीबीपी की चौकियों में जवान रहते हैं। मार्ग बंद होने के कारण चौकियों का पैदल सम्पर्क भंग हो चुका है। जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ से मिलम का संपर्क कट गया है। यदि जल्द ही मार्ग न खुला तो रसद पहुंचाने में दिक्कतें आ सकती हैं।
उत्तराखंड में सर्द मौसम ने जिंदगी दुश्वार कर दी है। पहाड़ों में बर्फीली हवा तो मैदानी इलाकों में कोहरे से लोग परेशान हैं। ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान छह से आठ डिग्री के बीच है। देहरादून स्थित मौसम केंद्र के अनुसार पहाड़ों में पाला और मैदानों में कोहरे का क्रम जारी रहेगा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में भी उत्तराखंड को मौसम के इस मिजाज से राहत नहीं मिलने वाली है। शाम को गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ में छाई घटाओं से मध्य रात्रि तक बर्फबारी की संभावना बन रही है। दूसरी ओर हरिद्वार, रुड़की और ऊधमसिंह नगर में दिन भर सर्द हवाओं का डेरा रहा।