कराची, कोरोना महामारी के बीच पाकिस्तान में एक रहस्यमयी बुखार का खतरा मंडरा रहा है। कराची में रहस्यमय वायरल बुखार के मामले मिले हैं, जो बिल्कुल डेंगू बुखार की तरह व्यवहार करते है। स्थानीय मीडिया ने विशेषज्ञों के हवाले से बताया है कि यह बुखार डेंगू की तरह ही पीड़ित रोगियों के प्लेटलेट्स और सफेद रक्त कोशिकाओं को कम करता है।
द न्यूज इंटरनेशनल ने गुरुवार को चिकित्सकों और पैथोलॉजिस्टों का हवाला देते हुए बताया कि जब डेंगू के लिए वायरल बुखार का परीक्षण किया गया, तो परिणाम नकारात्मक आया। यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंसेज में आणविक विकृति विज्ञान के प्रमुख प्रो सईद खान ने कहा कि कुछ हफ्तों से हम वायरल बुखार के मामले देख रहे हैं, जिसमें प्लेटलेट्स और सफेद रक्त कोशिकाएं गिर रही हैं। इसके साथ ही इसके लक्षण भी डेंगू बुखार के समान हैं, लेकिन जब इन रोगियों का एनएस1 एंटीजन किया जाता है, तो उनके परीक्षण नकारात्मक निकलते हैं।
शहर के विभिन्न अस्पतालों के चिकित्सकों और पैथोलाजिस्ट सहित अन्य विशेषज्ञों ने भी पुष्टि की है कि कराची में एक डेंगू वायरस जैसा वायरल बुखार फैल रहा है, जिससे एक ऐसी बीमारी हो रही है जो डेंगू बुखार के समान काम कर रही है और इसके लिए समान उपचार प्रोटोकाल की आवश्यकता है।
गुलशन-ए-इकबाल में बच्चों के अस्पताल से जुड़े एक आणविक वैज्ञानिक, डा. मुहम्मद जोहैब ने भी पुष्टि की है कि वायरल बुखार के मामले डेंगू नहीं हैं, लेकिन इसमें डेंगू जैसे लक्षण हैं। उन्होंने कहा इस रहस्यमय वायरल बीमारी के कारण डेंगू बुखार के मामलों की बढ़ती संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसके अलावा, शहर में प्लेटलेट्स की मेगा यूनिट की अत्यधिक कमी है।
एआरवाइ न्यूज ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी (डीएचओ) के हवाले से बताया कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में शुक्रवार को डेंगू बुखार के 45 नए मामले सामने आए हैं। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, मौजूदा सीजन में संघीय राजधानी में मच्छर जनित वायरल बीमारी के कुल 4,292 मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, डेंगू एक मच्छर जनित वायरल संक्रमण है जो गर्म, उष्णकटिबंधीय जलवायु में आम है और अक्सर बारिश के मौसम में चरम पर होता है।