कोरोना के कारण देश के प्रत्येक क्षेत्रों में भारी प्रभाव पड़ा है वही केरल का सबरीमाला मंदिर आगामी पांच दिनों तक मासिक अनुष्ठान के लिए खोला गया है। 17 से 21 जुलाई के मध्य मंदिर खुला रहेगा। प्रतिदिन मंदिर में 5000 श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति दी गई है, हालांकि इसके लिए पहले से ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी। सबरीमाला मंदिर आने वाले भक्तों को पूर्ण टीकाकरण प्रमाण पत्र अथवा 48 घंटे के अंदर की गई निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट बतानी होगी।

वही इससे पूर्व केरल के पठानमथिट्टा जिले में सबरीमाला पहाड़ी पर प्रभु अयप्पा मंदिर का प्रबंधन करने वाले त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड ने मई में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते मंदिर में भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था। बीते वर्ष केरल पुलिस और देवस्वम बोर्ड वर्ष ने तीर्थयात्रियों के लिए एक नई ऑनलाइन वेबसाइट पेश की थी।
इसके साथ ही ये वेबसाइट इसलिए लॉन्च किया गया था जिससे कोरोना महामारी के चलते कतार / प्रसादम / पूजा / आवास / कनिका जैसी सेवा की ऑनलाइन बुकिंग की जा सके। ऑनलाइन सेवा के लिए एक वैध मोबाइल नंबर तथा ईमेल आईडी के साथ भक्तों को पंजीकरण करना होगा। सबरीमाला के मुख्य पुजारी से संबंधित एक मामला अब केरल उच्च न्यायालय में पहुंच गया है। केरल उच्च न्यायालय में एक याचिका दर्ज की गई है, जिसमें त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड द्वारा जारी उस नोटिफिकेशन को स्थगित करने की गई है जिसमें बताया गया है कि सबरीमाला मंदिर में सिर्फ ‘मलयाली ब्राह्मण’ ही मेलसंथी (प्रधान पुजारी) के पद पर अप्लाई करने के हकदार हैं।