CRPF के जवान पानी मे डूबकर कर रहे ड्यूटी
वर्ष 2019 में सबसे अधिक कुव्यवस्था पटना के राजेंद्र नगर इलाके में दिखी थी. इस बार भी इसी इलाके में पड़ने वाले मोइनुल हक स्टेडियम का हाल और बेहाल हो गया है. स्टेडियम में सीआरपीएफ का कैंप है जहां पर सैकड़ों सीआरपीएफ के जवान रहते हैं. जलजमाव के कारण हालात ऐसे हो गए हैं कि सीआरपीएफ के जवान पानी में डूब कर ड्यूटी देने पर मजबूर हैं. स्टेडियम के बाहर बने छोटे कैंप में सीआरपीएफ के ASI मोहन कुमार घुटने भर पानी में कुर्सी लगाकर बैठना पड़ गया. पूछने पर बताते हैं की ड्यूटी है तो किसी भी हालत में निभानी ही पड़ेगी.
तालाब में तब्दील हो गया मोइनुल हक स्टेडियम
सीआरपीएफ के जवान रवि रंजन ने बताया कि मोइनुल हक स्टेडियम पूरे तालाब में तब्दील हो गया है. यहां से पानी के निकासी का कोई भी साधन नहीं है लिहाजा अपने कैंप तक जाने के लिए जूता खोलकर हाथों में लेकर कैंप के अंदर जाना पड़ रहा है. नगर निगम के कोई कर्मचारी या अधिकारी सुध लेने वाला नहीं हैं.
पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में जलजमाव का दृश्य
पटना के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति
गौरतलब है कि पटना के कई इलाकों में रात भर हुई बारिश से झील की स्थिति बन गई. पटना का राजेंद्र नगर इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. यहां बहादुरपुर, रामपुर समेत कई मोहल्ले पूरी तरह से जलमग्न हो गए. दूसरी ओर पटना के ही राजबंशी नगर इलाके में भी कई घरों में पानी घुस गया. यही हाल पुनाईचक समेत अन्य इलाकों का भी रहा है. पटना के पॉश इलाके में शुमार बेली रोड पर कई जगह पानी जमा हो गया, तो वहीं इनकम टैक्स चौराहा के पास स्थित विद्युत भवन के कैंपस में भी जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई.
मंत्री ने कही ये बात
वहीं, पटना में पहली बारिश में हुए जलजमाव को नगर विकास मंत्री ने अभी से सफाई देनी शुरू कर दी है. नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने जलजमाव को लॉकडाउन का कारण बताया. मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के कारण काम पूरा नही हो पाया. उन्होंने कहा कि बरसात में मोंहल्लों में पानी लगना आम बात है. थोड़ी देर में सभी जगह से पानी निकल जायेगा. विपक्ष पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए आवाज उठा रहे हैं.