कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के अपने पहले मैच में उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पाई थी जिसकी उससे उम्मीद की जा रही थी। मुंबई इंडियंस ने उसे 49 रनों से हराया था। अब केकेआर अपने दूसरे मैच में शनिवार को सनराइजर्स हैदराबाद के सामने उतरेगी। हैदराबाद भी अपने पहले मैच में विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) से हार गई थी और अब दोनों टीमें जीत के रास्ते पर लौटने की कोशिश में होंगी।
केकेआर के पास मजबूती : केकेआर के पास टी-20 के दिग्गज बल्लेबाज आंद्रे रसेल और इयोन मोर्गन हैं। इसलिए माना जाता है कि यह टीम किसी भी लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम है। पहले मैच में मुंबई ने केकेआर की इस ताकत को परखा और उसे 196 रनों का लक्ष्य दिया, लेकिन न रसेल चले, न मोर्गन और केकेआर को 49 रनों से हार झेलनी पड़ी। एक मैच के बाद हालांकि इन दोनों को नकारा नहीं जा सकता है और हैदराबाद भी इस बात से वाकिफ होगी।
केकेआर ने पहले मैच में सुनील नरेन और शुभमन गिल को पारी की शुरुआत करने भेजा था, लेकिन दोनों तेज शुरुआत नहीं दे सके थे। यहां टीम प्रबंधन एक बदलाव कर सकता है। पहले मैच में निखिल नाइक को केकेआर ने मौका दिया था, जो विफल रहे थे। टीम प्रबंधन उन्हें बाहर कर किसी और को मौका दे सकता है।
मध्य क्रम में कप्तान कार्तिक, नितिश राणा, मोर्गन और रसेल को पहले से बेहतर करना होगा। अगर यह बल्लेबाजी क्रम चल गया तो किसी भी लक्ष्य को हासिल करना या बड़ा स्कोर बनाना टीम के लिए आसान बात है।
गेंदबाजी में सुधार की जरूरत : गेंदबाजी में भी केकेआर को सुधार करना होगा। पैट कमिंस को टीम ने भारी-भरकम रकम देकर खरीदा था। कमिंस पहले मैच में तो बेअसर रहे थे। तीन ओवरों में 49 रन देने के बाद कमिंस टीम के सबसे महंगे गेंदबाज भी रहे थे। उन्होंने बल्ले से 12 गेंदों पर 33 रन बनाकर यह साबित तो किया था कि वह जरूरत पड़ने पर टी-20 के लिहाज से बल्लेबाजी कर सकते हैं। टीम प्रबंधन के लिए निश्चित तौर पर यह फायदे का सौदा है, लेकिन कमिंस की पहली जिम्मेदारी गेंद से कमाल दिखाने की है और वे भी इस बात को जानते हैं। पहले मैच के बाद आलोचनाओं का शिकार हुए कमिंस दूसरे मैच में आलोचकों का मुंह बंद करना चाहेंगे।
हैदराबाद को मध्य क्रम की परेशानी से उबरना होगा : वहीं हैदराबाद के पहले मैच के बाद उसका कमजोर मध्य क्रम उजागर हो गया। डेविड वार्नर चले नहीं थे लेकिन उनके साथी जॉनी बेयरस्टो ने टीम को संभाला था और जैसे ही वह आउट हुए टीम ढेर होती चली गई। मनीष पांडे ने जरूर बेयरस्टो का साथ दिया था, लेकिन लंबी पारी न खेल पाने की उनकी आदत जारी रही थी। विजय शंकर ने एक बार फिर निराश किया था। युवा खिलाड़ी प्रियम गर्ग भी पहले मैच में प्रभावित नहीं कर पाए थे। कप्तान वार्नर के लिए तो चिंता इसी बात की है कि उनके और बेयरस्टो के अलावा वह किस पर बल्लेबाजी को लेकर भरोसा करें।
टीम में एक बदलाव हुआ है। पहले मैच में चोटिल हुए मिशेल मार्श टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। उनके स्थान पर वेस्टइंडीज के जेसन होल्डर आए हैं। गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार सबसे किफायती रहे थे। संदीप शर्मा, टी नटराजन, शंकर, अभिषेक शर्मा का प्रदर्शन औसत रहा था।
टीमें :
सनराइजर्स हैदराबाद : डेविड वार्नर (कप्तान), अभिषेक शर्मा, बासिल थंपी, भुवनेश्वर कुमार, बिली स्टेनलेक, जॉनी बेयरस्टो, केन विलियमसन, मनीष पांडे, मुहम्मद नबी, राशिद खान, संदीप शर्मा, शाहबाज नदीम, श्रीवत्स गोस्वामी, सिद्धार्थ कौल, खलील अहमद, टी नटराजन, विजय शंकर, रिद्धिमान साहा, विराट सिंह, प्रियम गर्ग, जेसन होल्डर, संदीप बवांका, फाबियान एलेन, अब्दुल समद, संजय यादव।
केकेआर : दिनेश कार्तिक (कप्तान), आंद्रे रसेल, सुनील नरेन, कुलदीप यादव, शुभमन गिल, लॉकी फर्ग्यूसन, नितिश राणा, रिंकू सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, संदीप वॉरियर, अली खान, कमलेश नागरकोटी, शिवम मावी, सिद्धेश लाड, पैट कमिंस, इयोन मोर्गन, टॉम बेंटन, राहुल त्रिपाठी, वरुण चक्रवर्ती, एम सिद्धार्थ, निखिल नाइक, क्रिस ग्रीन।