नई दिल्ली। चार दिन की छुट्टी के बाद संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी हफ्ते की आज से शुरुआत हुई लेकिन तस्वीर वही पुरानी थी। विपक्ष ने नोटबंदी पर जबरदस्त हंगामा किया। आज पीएम नरेंद्र मोदी भी लोकसभा पहुंचे, लेकिन उनकी मौजूदगी में भी हंगामा होता रहा। इससे पहले अपनी रणनीति को लेकर विपक्ष ने संसद परिसर में बैठक की। इसमें नोटबंदी के साथ साथ केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू के खिलाफ सामने आए मामले को उठाने का ऐलान किया गया।
सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस, वामदलों समेत विपक्षी दलों ने किरण रिजिजू समेत कुछ अन्य मुद्दों को उठाया। वामदलों के सदस्य अपनी मांग को उठाते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। सत्ता पक्ष के कुछ सदस्य प्रश्नकाल से जुड़ी प्रश्नसूची दिखा कर कुछ कह रहे थे लेकिन शोर शराबे में उनकी बातें नहीं सुनी जा सकी।
जानिए अपडेट –
– दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होने पर भी नहीं थमा हंगामा। विपक्ष ने नोटबंदी और किरेन रिजिजु के मामले में किया हंगामा। सदन कल तक के लिए स्थगित।
जगदम्बिका पाल, बीजेपी सांसद- कांग्रेस कमीशन एजेंट के तौर पर काम कर रही है।
अनंत कुमार, संसदीय कार्य मंत्री- मैडम ये बहुत दुर्भाग्य पूर्ण है कि लीडर विपक्ष स्पीकर पर सवाल उठा रहे हैं, ये बहुत शर्मनाक है।
-लोकसभा शुरू होते ही नोटबंदी और किरेन रिजिजू पर हंगामा, कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा पहुंचे। सोनिया गांधी भी आज लोकसभा पहुंचीं।
-संसद में एंट्री करते हुए राहुल गांधी ने कहा- मैं तो बोलने ही आया हूं, देखते हैं सरकार बोलने देती है या नहीं।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसद भवन में अपने चैंबर में संरकार के वरिष्ठ मंत्रियों संग बैठक। अरुण जेटली, अनंत कुमार, मनोहर पर्रिकर बैठक में शामिल।
-किरेन रिजिजू का मुद्दा संसद में उठाने के मामले पर संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा, ये फिजूल का मुद्दा है। उन्होंने कहा- कल ही उसके बारे में जवाब दे चुके हैं, फिजूल में ये मुद्दा उठाया है। कल का स्टिंग ऑपरेशन कांग्रेस और विपक्ष के दफ्तर में कालाधन का काम हो रहा है, उसको लेकर चर्चा होनी चाहिए। राहुल गांधी के बयान के भूकंप से पहले कांग्रेस के ऑफिस में स्टिंग का भूकंप आ गया।
-विपक्ष की संसद भवन में मीटिंग। राज्यसभा में किरेन रिजिजू का मामला उठाने का ऐलान। कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने नियम 267 के तहत चर्चा का नोटिस दिया। विपक्ष लगा रहा अरुणाचल हाइड्रो प्रोजेक्ट में रिजिजू पर घोटाले का आरोप।
कांग्रेस-बीजेपी ने जारी किया व्हिप
विपक्ष कड़े तेवर में है, तो सत्ता पक्ष भी पूरी तैयारी के साथ है। बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को सत्र के बचे हुए 3 दिन सदन मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी तीनों दिन सदन में मौजूद रहेंगे।
मंगलवार को बीजेपी और कांग्रेस ने संसद के अपने दोनों सदनों के सदस्यों को आज से शीतकालीन सत्र की बाकी अवधि में संसद में मौजूद रहने को कहा है। मौजूदा सत्र पर नोटबंदी के मुद्दे की छाया बनी रही है और अब तक इस विषय पर चर्चा नहीं हो सकी। सूत्रों ने कहा कि विपक्षी कांग्रेस को लगता है कि सत्तारूढ़ पक्ष नोटबंदी से लोगों को हो रही परेशानियों से ध्यान हटाने के लिए अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर मुद्दे को उठाकर उसके शीर्ष नेताओं पर निशाना साध सकती है।
बीजेपी ने भी अपने सदस्यों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है ताकि लोकसभा और राज्यसभा में सत्तापक्ष की बेंचें भरी रहें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह अपने प्रमुख मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें सरकार की रणनीति तय की जाएगी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार नोटबंदी के विषय पर संसद में चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों से नोटबंदी पर चर्चा शुरू करने का आग्रह किया। सूचना और प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री शीतकालीन सत्र के बाकी तीन दिन संसद में मौजूद रहेंगे और जरूरत पड़ने पर किसी भी सदन में कार्यवाही में शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि सरकार ने गतिरोध को समाप्त करने के लिए विपक्ष से संपर्क साधने का कोई प्रयास नहीं किया है। सरकार और विपक्ष, खासकर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस अपने रख पर अड़े हैं। विपक्ष का कहना है कि चर्चा वोटिंग वाले प्रावधान के तहत होनी चाहिए वहीं सत्तापक्ष ने इसे खारिज कर दिया है।
वित्त मंत्री जेटली ने कहा है कि इसलिए, राष्ट्रीय दृष्टिकोण से मैं विपक्ष से अपील करंगा कि अवरोध पैदा करने के बजाय इस अभियान में शामिल हों। गत 16 नवंबर को शुरू हुए शीतकालीन सत्र का समापन आगामी शुक्रवार को होना है और कुल मिलाकर यह संसद सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया लगता है। नोटबंदी और अन्य मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के कारण संसद में बहुत कम जरूरी कामकाज हुआ है। लोकसभा और राज्यसभा, दोनों ही सदनों में नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा को लेकर गतिरोध बना हुआ है।
हालांकि लोकसभा ने दो जरूरी विधायी कामकाज निपटाए जिनमें आयकर संशोधन विधेयक का पारित होना और अनुदान की पूरक मांगों को मंजूरी शामिल है। दोनों ही हंगामे के बीच हुए। राज्यसभा में सामान्य तौर पर पहले ही दिन कुछ कामकाज हो सका जब नोटबंदी पर चर्चा शुरू हो गई थी और उसके बाद से उच्च सदन में कोई काम नहीं हुआ।