नई दिल्ली नोटबंदी को लेकर भारत में चारों ओर हाहाकार मचा है। भारत की तर्ज पर वेनेजुएला ने भी नोटबंद कर दिए हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार नोटबंदी को लेकर वेनेजुएला में विवाद हो गया है। संसद ने राष्ट्रपति पर आरोप लगाया है कि उन्होंने बिना प्रधानमंत्री को बताए नोटबंद कर दिए। विवाद अब और गहरा गया है जब राष्ट्रपति ने पीएम से कहा है कि वो या तो उनके फैसले का साथ दें या फिर पद छोड़ें। इससे पहले नोटों की तस्करी रोकने के लिए वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कोलंबिया की साथ लगती देश की सीमा को 72 घंटों तक बंद करने का आदेश दिया।
राष्ट्रपति ने कहा है कि ”माफिया” देश की समाजवादी अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं।
शीर्ष आर्थिक सहयोगियों के साथ कल हुई बैठक के बाद राष्ट्रपति मादुरो ने यह घोषणा की। इससे पहले, दिन में मादुरो की सोशलिस्ट पार्टी के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर उन अपराधियों के चित्र जारी किए थे, जो वेनेजुएला में नोट की तस्करी मादक द्रव्यों की तस्करी की तरह करने की कोशिश कर रहे हैं।
सीमा बंद करने का निर्णय ऐसे समय में आया है जब मादुरो देश में तेजी से बढ़ रही मंहगाई को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इसके लिए रविवार को घोषणा की थी कि सरकार देश की सबसे बड़ी राशि यानी 100 बोलिवर के नोट को बंद कर देगी।यह देश की सबसे बड़ी नोटबंदी है लेकिन वेनेजुएला के 100 बोलिवर के एक नोट की कीमत इस समय एक डॉलर के तीन सेंट्स के करीब है। मादुरो ने रविवार को चेतावनी दी थी कि वेनेजुएला से बाहर के 100 बोलिवर के नोट को नए नोट से बदलने के लिए देश में नहीं लाया जा सकेगा।
वेनेजुएला के लोग सोमवार को 100 बोलिवर के नोट को खर्च करने गए क्योंकि सरकार ने इस नोट के चलन के लिए बुधवार तक का समय दिया है। इसके बाद यह नोट अमान्य हो जाएगा। अनुमानत: वेनेजुएला की एक तिहाई जनसंख्या के पास बैंक खाता नहीं है।
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