सिंगापुर: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी एक अच्छी पहल नहीं थी. यदि वह देश के प्रधानमंत्री होते तो नोटबंदी के प्रस्ताव को कचरे के डिब्बे में फेंक देते. ये बात उन्होंने तब कही, जब उनसे पूछा गया कि वह नोटबंदी को कैसे अलग करते. इस पर राहुल ने कहा, ‘यदि मैं प्रधानमंत्री होता और कोई मुझे नोटबंदी करने के प्रस्ताव की फाइल देता, तो मैं उसे कचरे के डिब्बे में, कमरे से बाहर या कबाड़खाने में फेंक देता.’ उन्होंने कहा, ‘मैं इस तरह इसे लागू करता, क्योंकि मेरे हिसाब से नोटबंदी के साथ ऐसा ही किया जाना चाहिए, क्योंकि यह किसी के लिए भी अच्छी नहीं है.’कांग्रेस पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल पर इससे जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है.
राहुल गांधी दक्षिण एशियाई देशों की पांच दिन की यात्रा पर हैं. उन्होंने शनिवार को मलेशिया यात्रा शुरू की और इस दौरान कुआलालंपुर में भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बातचीत की. बता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को की थी. इसमें उन्होंने 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोट बंद कर दिए गए थे. कांग्रेस पार्टी ने इसका कड़ा विरोध किया था.
Congress President Rahul Gandhi tells us how he would have rolled out #Demonetisation better. #RGinMalaysia pic.twitter.com/2Tm82a8fjU
— Congress (@INCIndia) March 10, 2018
गांधी ने कुआलालंपुर में आईवाईसीओएन में युवा पेशेवरों को भी संबोधित किया. राहुल ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि कुआलालंपुर में आज उन्होंने मलेशियाई भारतीय कांग्रेस (एमआईसी) के अध्यक्ष सुब्रहमणयम सत्यशिवम से मुलाकात की. एमआईसी मूल तौर पर 1946 तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का ही हिस्सा थी. मलेशियाई स्वतंत्रता आंदोलन में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. गांधी की यह यात्रा कांग्रेस की भारतीय समुदाय से जुड़ाव की कोशिश का हिस्सा है.शुक्रवार को उन्होंने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग से भी मुलाकात की थी.