नैरोबी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय संस्कृति को सहेजने के लिए नैरोबी केन्या में रहने वाले भारतीय लोगों की सराहना की। भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “पीढ़ियों से आप अपने मूल स्थान से दूर हैं, इसके बावजूद आपने यह महान कार्य किया।” अन्य देशों की तरह यहां भी लोगों ने “मोदी-मोदी” के नारे लगाए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बहुत से लोगों की तीसरी या चौथी पीढ़ी यहां रह रही होगी। बहुतों ने गंगा, असम, नगालैंड और मिजोरम का केवल नाम ही सुना होगा।
इसके बावजूद यहां भारतीय संस्कृति फल-फूल रही है। प्रधानमंत्री रविवार को केन्या पहुंचने के तुरंत बाद कसारानी स्टेडियम में प्रवासी भारतीय को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान केन्या के राष्ट्रपति उहुरु केन्यात्ता भी उनके साथ थे। स्टेडियम में करीब 20 हजार लोग मौजूद थे। केन्या में भारतीय मूल के 80 हजार लोग रहते हैं। प्रधानमंत्री ने केन्या के विकास में भारतीय समुदाय के योगदान की भी प्रशंसा की।
नैरोबी केन्या के राष्ट्रपति से द्विपक्षीय बातचीत
उन्होंने कहा कि आपके पूर्वज चाहे जिस कारण या मजबूरी से यहां आए लेकिन आपने इसे अपनी जमीन माना और केन्या की प्रगति के लिए कार्य किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का विकास दर का लक्ष्य आठ फीसद से अधिक का है। दुनिया में आर्थिक मंदी के बावजूद भारत में आर्थिक प्रगति हो रही है। आम भारतीयों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना उनकी सरकार का मुख्य लक्ष्य है।
उन्होंने आतंकवाद से निपटने के लिए मानवता में विश्वास करने वाली सभी ताकतों को एकजुट होने को कहा। उन्होंने आतंकवाद और ग्लोबल वार्मिंग को दुनिया के सामने मौजूद दो चुनौतियां बताया। प्रधानमंत्री मोदी केन्या के राष्ट्रपति के साथ सोमवार को द्विपक्षीय मसलों पर बातचीत करेंगे। 35 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली केन्या यात्रा है। इससे पहले 1982 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी वहां गई थीं।