- विश्लेषकों को लगता है कि अगले 25 से 30 सालों में कोई ना कोई दुनिया का पहला ट्रिलियनेयर बन जाएगा
- हालांकि, वह यह मानते हैं कि अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा खर्च कर देनेवाले बिल गेट्स जैसे लोग यह उपलब्धि हासिल नहीं कर पाएंगे
- विश्लेषकों की मानें तो कोई अनजान से व्यक्ति अपने बडे़ इनोवेशन की वजह से बेशुमार संपत्ति अर्जित करेगा
75 बिलियन डॉलर की अनुमानित संपत्ति के साथ बिल गेट्स दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति हैं। इतिहास का पहला ट्रिलियनेयर (खरबपति) बनने के लिए उन्हें अपनी संपत्ति में अभी 925 बिलियन डॉलर और जोड़ना होगा।
सिलिकॉन वैली के आंट्रप्रन्योर और वाइ कॉम्बिनेटर के प्रजिडेंट सेम अल्टमैन को लगता है कि ऐसी उपलब्धि तुरंत तो हासिल नहीं की जा सकती, लेकिन अगले कुछ दशकों में ऐसा जरूर होगा। उन्होंने कहा, ‘हमें दुनिया में ट्रिलियनेयर को देखने के लिए तैयार रहना चाहिए।’ अल्टमैन आगे कहते हैं, ‘हालांकि, यह बिल्कुल अनुचित जान पड़ता है। मुझे भी यह उचित नहीं लगता। लेकिन, समाज को आगे बढ़ाने के लिए ऐसा होने देना पड़ेगा।’
इनइक्वॉलिटी ऐनालिस्ट और टैक्स अटॉर्नी बॉब लॉर्ड मानते हैं कि संपत्ति में यह बड़ा बदलाव अब से महज 25 से 30 सालों में देखने को मिल जाएगा। लेकिन, संभवतः अपने पैसे खर्च करने में बेताब गेट्स जैसा कोई व्यक्ति ऐसा नहीं कर पाएगा। उन्होंने कहा, ‘यह वही व्यक्ति करेगा जो गेट्स से कमतर हो और रॉकेफेलर से बढ़कर हो।’
जॉन डी रॉकेफेलर अपनी संपत्ति खर्च करने के बजाय इस पर कुंडली मारकर बैठना ज्यादा पसंद करते हैं। एक वक्त उनके पास अभी के मूल्य के हिसाब से 350 बिलियन डॉलर की संपत्ति थी।
कौन हो सकता है पहला ट्रिलियनेयर ?
बॉब लॉर्ड कहते हैं कि पहला ट्रिलियनेयर कोई बिल्कुल अनजान सा व्यक्ति हो सकता है या एलन मस्क जैसा कोई व्यक्ति जिनकी एक दो नहीं बल्कि चार से पांच कंपनियां हैं। वहीं, अल्टमैन का मानना है कि टेक्नलॉजिकल इनोवेशन तेजी से इसकी जमीन तैयार करेगा और इन इनोवेशंज को अंजाम देने वाले लोग साल भर में ही सैकड़ों बिलियन डॉलर अर्जित कर लेंगे। उनके मुताबिक, वाइ कॉम्बिनेटर जैसी कंपनियां ड्राइवरलेस गाड़ियों और वर्चुअल रिऐलिटी जैसे आला उद्योगों में जितनी पूंजी लगाएंगी, उतनी ही वे मशहूर होंगी और समाज में बदलाव लाएंगी।
लंदन की कंसल्टैंट्स कंपनी वेल्थ इनसाइट के ऑलिवर विलियम्स ने द टाइम्स ऑफ लंदन से कहा, ‘पहला ट्रिलियनेयर कोई इन्वेंटर होगा, ऐसा व्यक्ति जो दुनिया को बदल देने वाली किसी चीज का आविष्कार करेगा जैसा कि बिल गेट्स ने पर्सनल कंप्यूटर लाकर किया।’
मौजूदा स्थिति
क्रेडिट सूइस की 2013 ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2000 के बाद से वैश्विक संपत्ति दोगुना से ज्यादा हो गई और 241 ट्रिलियन की अब तक की ऊंचाई पर पहुंच गई। इसकी अनैलेसिस में कहा गया कि दुनियाभर में एक अरब से ज्यादा मिलियनेयर्स (लखपति) हो सकते हैं यानी दो पीढ़ियों की जवान आबादी का लगभग 20 प्रतिशत।
रिपोर्ट के लेखक ने कहा, ‘अगर ऐसा हुआ तो बिलियनेयर्स (करोड़पति) तो आम हो जाएंगे और हो ना हो कुछ ट्रिलियनेयर्स (खरबपति) भी हो जाएं। हमारे अनुमान के मुताबिक इनकी संख्या 11 होगी।’ इस अनुमान को अल्टमैन भी सही मानते हैं। उन्होंने कहा कि यह सही है। अगले 50 सालों में दुनिया में करीब-करीब 11 ट्रिलियनेयर हो सकते हैं।
अल्टमैन कहते हैं, ‘इसका मतलब तो यह होना चाहिए कि हममें से प्रत्येक का लिविंग स्टैंडर्ड बहुत अच्छा हो जाएगा, लेकिन मुझे नहीं लगता कि सभी को बिल्कुल समान होना चाहिए का यह समाजवादी आदर्श हकीकत बन पाएगा।’ उनके मुताबिक, अगर दुनिया में पैसों की बाढ़ आ जाएगी तो भी ज्यादातर लोगों के पास इसका छोटा सा हिस्सा ही होगा। हालांकि, यह एक स्टैबल लाइफ के लिहाज से पर्याप्त होगा और इस इंद्रधनुषी दुनिया के दूसरे किनारे पर ट्रिलियनेयर्स अपनी छटा बिखरेंगे।