आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर एक दशक बाद बुधवार से यात्रियों को एटीएम की सुविधा मिलने लगी है। आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर एटीएम का उद्घाटन करने के बाद भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम (आइआरएसडीसी) के सीईओ और एमडी एसके लोहिया ने पैसे भी निकाले। यह पहली एटीएम लगी है। इसे बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने लगाया है। यात्रियों की मांग पर यहां एटीएम बूथ तैयार करा दिया गया है। इसके अलावा प्लास्टिक की बोतल के टुकड़े करने वाली 12 क्रशर मशीनों को चालू किया जाएगा। बैग व अटैची सैनिटाइज करने की सशुल्क सेवा शुरू की जाएगी।

गौरतलब है कि आनंद विहार रेलवे स्टेशन का उद्घाटन 19 दिसंबर 2009 को किया गया था। यह देश के बड़े रेलवे स्टेशनों में शामिल हैं। यहां से दिल्ली के अलावा गाजियाबाद और नोएडा के लोग ट्रेन में सवार होते हैं। इस स्टेशन पर तमाम सुविधाएं मुहैया कराई गई थीं, लेकिन एक भी एटीएम बूथ यहां नहीं था। जरूरत पड़ने पर यात्री रुपये नहीं निकाल पाते थे। यात्रियों ने इस समस्या को विभिन्न माध्यमों से रेलवे अधिकारियों तक पहुंचाया। आइआरएसडीसी ने इसके लिए प्रयास शुरू किया। अब यहां एक एटीएम बूथ स्थापित कर दिया गया है। आइआरएसडीसी के नोडल अधिकारी डीके चोपड़ा ने बताया कि बुधवार को एटीएम का उद्घाटन किया जाएगा।

बता दें कि आनंद विहार टर्मिनल राजधानी का पहला रेलवे स्टेशन है, जिसका जिम्मा रेलवे स्टेशन विकास निगम लिमिटेड अपने हाथों में लिया। इसका मकसद स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को और बेहतर करना व राजस्व बढ़ाना है। यह पायलट प्रोजेक्ट है। अगर इसमें सफलता मिली तो नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, निजामुद्दीन व अन्य स्टेशनों का जिम्मा भी आईआरएसडीसी को दिया जा सकता है। वह यहां पर स्टेशन की साफ-सफाई, पार्किंग, दुकानें, शौचलय, स्टेशन के बाहर यातायात सुचारू रूप से संचालन करने का काम देख रही है।

आनंद विहार टर्मिनल की खूबियां

  • आनंद विहार टर्मिनल का की शुरुआत 19 दिसंबर 2009 को हुई थी।
  • 42 हेक्टेयर में फैला यह टर्मिनल दिल्ली के सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में से एक है।
  • यहां उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, झारखंड और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के लिए चलने वाली रेलगाड़ियों की संख्या अधिक है।
  • सामान्य दिनों में करीब 50 हजार यात्री यहां से सफर करते हैं वहीं, त्योहारों में यह सख्या 80 हजार से ऊपर पहुंच जाती है।