दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 सदस्यों की मौत पर से रहस्य का पर्दा हट ही नहीं रहा है। दो दिन बाद भी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच वहीं खड़ी है, जहां से रविवार को उसने शुरुआत की थी।पुलिस को घर से मिले रजिस्टर से जानकारी मिली है कि उस खौफनाक मंजर को विशेष साधना का नाम दिया गया था। इसमें साधना के लिए इन्होंने चार दिन तय किए थे। मंगलवार, गुरुवार, शनिवार व रविवार। रजिस्टर में शनिवार की रात अच्छी बताई गई थी। साधना के लिए रात एक बजे का समय बताया था। साथ ही कहा गया था कि साधना को करने से पहले नहाना नहीं है। केवल हाथ व मुंह धोकर बैठना है।
खुला राज, नारायण का शव क्यों कमरे में मिला
यह भी लिखा हुआ था कि सभी को अपने-अपने हाथ पैर खुद बांधने होंगे। हाथ पैर खोलने के लिए हम लोग एक दूसरे की सहायता कर सकते हैं। रजिस्टर में लिखा हुआ है कि माता जी यानी नारायण देवी बहुत बुजुर्ग हैं। वह साधना करने के लिए स्टूल पर नहीं चढ़ पाएंगी। ऐसे में उन्हें दूसरे कमरे में साधना करानी होगी। इसलिए नारायण का शव कमरे में मिला था। वह बेल्ट से आलमारी के हैंडल से लटक गई थी। मरने के बाद हैंडल से बेल्ट निकल गया था। इसलिए पुलिस को शक हुआ था कि बेल्ट से किसी ने उनका गला घोंटा है।
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