सहारनपुर। शासन की सख्ती के बावजूद पुलिस अपना रवैया बदलने के लिए तैयार नहीं दिख रही है। वायरल हुए एक वीडियो में पट्टे की जमीन को लेकर हुए विवाद में गंगोह पुलिस ने बीएसएफ जवान के बुजुर्ग पिता व भाई से गाली-गलौज कर मारपीट की। जवान के परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पिता व भाई को जेल भेज दिया। जब जवान ने एसओ गंगोह से फोन पर बात की तो यह कहते हुए धमकाया गया कि वहां तो पत्थर खाते हो, अगर यहां आया तो जेल भेज दूंगा।
जिस घटना का वीडियो बुधवार को वायरल हुआ वह घटना पांच जनवरी की है। इस वीडियो में थाना गंगोह गांव तातारपुर में पुलिस की दबंगई नजर आ रही है। इसी गांव के रहने वाले सरदारा सिंह तथा उनके बेटे प्रमोद कुमार को थाना गंगोह की पुलिस धक्का-मुक्की कर रही है, भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया। दारोगा द्वारा लात मारी गई, सिपाहियों द्वारा मारपीट की गई। वीडियो वायरल होने के बाद जब सरदारा सिंह के बेटे बीएसएफ जवान अजय कुमार से फोन पर संर्पक किया तो उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनके परिवार को बर्बाद कर दिया।
ग्राम प्रधान, लेखपाल व पुलिस से साज कर उनके कब्जे में 1971 से चली आ रही पट्टे की जमीन को तालाब में दर्शा दिया था। हालांकि इस संबंध में एक वाद बोर्ड आफ रेवेन्यू इलाहाबाद में विचाराधीन है। बावजूद इसके पांच जनवरी को लेखपाल राज कुमार पुलिस टीम को लेकर जमीन पर कब्जा लेने के लिए पहुंच गया। बांग्लादेश के बार्डर पर न्यू जलपाईगड़ी में तैनात बीएसएफ जवान अजय कुमार ने बताया कि लेखपाल ने पुलिस से उनके पिता, भाई व रिश्तेदारों को पिटवाया।
लेखपाल ने स्वयं ही धारा 307 सहित कई संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करवा दी। जवान ने एसओ गंगोह संजीव कुमार से फोन पर बात की तो उन्होंने मदद करने के बजाय उल्टा यह कहा कि, वहां तो तुम पत्थर खाते हो, यदि यहां आया तो जेल भेज दूंगा। बीएसएफ जवान ने बताया कि लेखपाल ने उसकी बहनों को भी नामजद करा दिया है। पुलिस रोज घर में दबिश डाल रही है, तोडफ़ोड़ कर रही है।