नई दिल्ली। अनुभवी बैडमिंटन खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा पेशेवर सर्किट में भारत के डबल्स खिलाडिय़ों की प्रगति से प्रभावित हैं, लेकिन उनका मानना है कि विश्व स्तर के खिलाडिय़ों को हराने में अभी भारतीय खिलाडिय़ों को विकसित होने में समय लगेगा। पिछले कुछ समय में डबल्स खिलाडिय़ों ने अच्छे नतीजे दिए हैं जिसमें सात्विकसाइराज रेंकीरेड्डी और चिराग सेन की नई पुरुष डबल्स जोड़ी ने कोरिया और फ्रांस में सुपर सीरीज टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
प्रणव जैरी चोपड़ा और एन सिक्की रेड्डी की मिक्स्ड डबल्स जोड़ी भी जापान ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची। हाल में संपन्न सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में दो खिताब जीतने वाली अश्विनी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि डबल्स खिलाड़ी सही राह पर हैं, लेकिन शीर्ष पर पहुंचने में अभी समय लगेगा। डबल्स खिलाडिय़ों को एक साथ ट्रेनिंग करनी होती है। देखना होता है कि दो खिलाडिय़ों का संयोजन कैसा है, लेकिन सिंगल्स खिलाड़ी के रूप में इतने बदलाव से नहीं गुजरना होता। डबल्स खिलाड़ी सही राह पर हैं। चिराग और सात्विक अच्छा कर रहे हैं, जबकि प्रणव और सिक्की ने भी प्रभावित किया हैं।
अश्विनी ने बुधवार को सात्विकसाइराज के साथ मिलकर मिक्स्ड डबल्स जबकि एन सिक्की रेड्डी के साथ मिलकर महिला डबल्स का खिताब जीता। उन्होंने कहा, ‘यह खिताब जीतना अच्छा लगता है। लंबे समय से शीर्ष खिलाड़ी नहीं खेल रहे थे। इस बार सभी खेल रहे थे, इसलिए यह अलग तरह की राष्ट्रीय प्रतियोगिता थी। मेरे लिए यह विशेष है, क्योंकि इससे पहले मैंने कभी मिक्स्ड डबल्स का खिताब नहीं जीता था।
अश्विनी को तीसरी बार भी कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘मैं अगले साल भी कॉमनवेल्थ खेलों में पदक जीतना चाहती हूं। यह सभी के लिए बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि सभी जीतने के लिए आते हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन अगले साल चार से 15 अप्रैल तक ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में किया जाएगा।