एजेंसी/ लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को आरक्षण के मसले पर घेर लिया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तरप्रदेश की सीट से मौजूदा सांसद मायावती ने कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की न तो नीति अच्छी है न ही नीयत। उनका कहना था कि भाजपा की भी नीयत में खोट है तो कांग्रेस की भी नियत ठीक नज़र नहीं आती है। विशेषकर दलित वर्ग के लोगों को आरक्षण की संवैधानिक सुविधा का लाभ नहीं मिल पाने को लेकर उन्होंने चिंता जताई।
उनका कहना था कि अब सरकारें दलितों को राजनीतिक तौर पर लाभ पाने का माध्यम समझ रही हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा और गुजरात में सरकारों ने पटले व पाटीदार को आरक्षण का लाभ नहीं दिया। दरअसल इस बात से मौजूदा सरकार की नीयत साफ नज़र आती है। उनका कहना था कि इस तरह की नीतियों और नियत के कारण ही कानून में कई तरह के पेंच हैं। उन्होंने कहा कि न्यायालय को इस तरह से लागू करने पर रोक लगाने हेतु भी उन्होंने स्थगन आदेश देने की बात कही।
यही नहीं हरियाणा राज्य में जाट समुदाय को पिछड़ा वर्ग में शामिल कर सीधे तौर पर उन्हें आरक्षण की सुविधा प्रदान करने हेतु कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों ही पार्टियों की सरकार ईमानदार नहीं रही। जिसके कारण जाट समुदाय के लोगों को बार – बार आंदोलन करना पड़ा, उन्होंने आंदोलन के दमन करने के तरीके पर भी सवाल उठाए हैं।
उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि यही नहीं गुजरात की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने पटेल/ पाटीदार समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग में आरक्षण देने के स्थान पर उन्हें पिछड़ा वर्ग बनाकर आरक्षण देने की बात कही। जिसके कारण इसकी गलत नीयत सामने आई।