ट्रेकिंग में शरीर को काफी ज्यादा मशक्कत करनी पड़ती है। अगर आप रोजाना एक्सरसाइज नहीं करती हैं या आपका लाइफस्टाइल बहुत एक्टिव नहीं है तो ट्रेकिंग में आपको थकान हो सकती है और दर्द भी बढ़ सकता है। ऐसे में अगर आप ट्रेकिंग का पूरा मजा उठाना चाहती हैं तो इसके लिए कुछ आसान से टिप्स अपना सकती हैं-
अच्छी क्वालिटी के शूज खरीदें: ट्रेकिंग का रास्ता पथरीला और कांटों भरा भी हो सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए आपको अच्छी ग्रिप बनाने वाले और आपके पैरों को सुरक्षा देने वाले जूते खरीदने चाहिए। जूते खरीदने के बाद उन्हें पहनकर रोजाना वर्कआउट या रनिंग भी करें। आपके मोजे भी अच्छी क्वालिटी के होने चाहिए। अगर बर्फीले पहाड़ों वाली जगहों पर जाना है तो आपको अपने लिए ऊनी या नाइलॉन के मोजे लेने चाहिए, जो आपको ज्यादा गर्माहट देंगे।
प्रैक्टिस है जरूरी : पहाड़ों, घाटियों या ढलान वाली जगहों पर ट्रेकिंग करने से पहले उसके लिए आप इससे मिलते-जुलते लैंडस्केप में जाकर प्रैक्टिस कर सकती हैं। इससे ट्रैकिंग के दौरान आप काफी कंफर्टेबल रहती हैं।
रोजाना करें एक्सरसाइज: अपनी ट्रैकिंग को यादगार बनाने के लिए रोजाना वॉक पर जाने से शुरुआत कर सकती हैं। साइकलिंग से भी आपके पैरों की स्ट्रेंथ बढ़ती है। अगर आप जिम में वर्कआउट करना पसंद करती हैं तो आप अपने ट्रेनर से सलाह लेकर लेग कार्डियो भी कर सकती हैं। स्टेंडर्ड स्क्वेट्स से शुरुआत कर रही हैं तो धीरे-धीरे लंग और वेट स्क्वेट्स तक पहुंच सकती हैं। इन तरीकों से आपके पैर ट्रैकिंग के लिए तैयार हो जाएंगे। ट्रैकिंग की तैयारी करने में एक फायदा यह है कि आप इसके साथ आसानी से वेट लॉस पर भी काम कर सकती हैं और खुद को फिट बना सकती हैं।
बैकपैक के साथ करें प्रैक्टिस: ट्रेकिंग करते हुए आपको अपने साथ सेफ्टी किट, पानी, खाने-पीने का सामान और कुछ अन्य जरूरी चीजें साथ ले जानी होंगी। ऊंचे-नीचे रास्तों पर बैकपैक लेकर चलने में आपको थकान ना हो, इसके लिए आप अपने बैक में कुछ सामान रखकर उसे थोड़ा वजनदार बनाकर पीठ पर लाद लें। इसे अलावा पैडिंग पर भी ध्यान दें ताकि चढ़ाई के वक्त आपका सामान इधर-उधर ना हो जाए।