उन्होंने इस सोफे के लिए करीब 1300 रुपये खर्च किए थे, लेकिन तीनों ने कभी सपने में नहीं सोचा था कि वो पुराना सोफा उनके जीवन को पलट कर रख देगा। एक दिन तीनों दोस्त सोफे पर बैठकर टीवी देख रहे थे, तभी उनमें से एक को सोफे पर बैठने के दौरान कुछ महसूस हुआ। जिसके बाद उन्होंने सोफे की ऊपरी परत हटाकर देखा। सोफे का कवर हटते ही उन्हें एक ऐसी चीज दिखाई दी, जिसे देखते ही तीनों दोस्तों के पैरों तले जमीन खिसक गई।
सोफे के अंदर उन्हें एक पुराना-धुराना पैकेट मिला, जिसमें 1 हजार डॉलर (करीब 70 हजार रुपये) थे। पहला पैकेट मिलने के बाद उन्होंने पूरे सोफे को खंगाल डाला, जिसमें उन्हें अलग-अलग पैकेट में कुल 41 हजार डॉलर यानी 29 लाख रुपये मिले।
इतना ही नहीं छात्रों को पैसों के अलावा बैंक की डिपॉजिट स्लिप भी मिली, जिससे यह आशंका लगाई जाने लगी कि यह किसी का पैसा है जिसे वह बैंक में जमा कराना चाहता था। तीनों छात्रों ने मिलकर फैसला किया कि वे ये सभी पैसे उसके असली मालिक को लौटा देंगे। जिसके बाद वे बैंक की डिपॉजिट स्लिप की मदद से उस घर तक पहुंच गए, जिसका पता स्लिप पर लिखा हुआ था।
छात्रों को वहां एक बूढ़ी मां मिली, जिन्होंने बताया कि ये पैसा उनके पति ने बैंक में जमा कराने के लिए रखा था। उन्होंने बताया कि ये सारा पैसा उनके पति को रिटायरमेंट के समय मिला था। बूढ़ी महिला ने बताया कि उनके बच्चों ने ये सोफा बिना पूछे बेच दिया था। सारा पैसा वापस पाने के बाद बूढ़ी मां की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा।
हालांकि, बूढ़ी महिला ने छात्रों की ईमानदारी से खुश होकर एक हजार डॉलर ईनाम के तौर पर दे दिए। छात्रों की ईमानदारी की ये प्रेरणादायक कहानी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है।