एजेंसी/ मैसाचुसेट्स : एक ग्रेजुएट छात्र का भाषण इतना प्रेरणादायी और अनोखा हो सकता है कि उसे 25 मई से अब तक एक लाख से अधिक बार देखा जा चुका है। हावर्ड से ग्रेजुएट हुए इस छात्र का नाम डोनोवन लिविंगस्टन है। डोनोवन ने अपने बाषण को कविता के रुप में सुनाया। जिसका शीर्षक लिफ्ट ऑफ यानि उड़ान भरना है।
इस प्रेरणादायी स्पीच में डोनोवन ने अतीत में शिक्षा की भूमिका, अफ्रीकी-अमेरिकी के लिए पढ़ाई के मायने और शिक्षाविदों को भविष्य में कौन सी राह अपनानी चाहिए जैसे मुद्दों पर दिलचस्प तरीके से अपनी बात रखी है। डोनोवन द्वारा कही ऐसी कई बातें है, जो हर किसी को प्रेरणा दे सकती है।
भाषण की कुछ रुरी बातें कुछ इस तरह हैः
* मेरा अतीत मुझे शांत बैठने नहीं देता। मेरे दिमाग की तरह मेरा शरीर भी एक जगह नहीं टिक सकता। शिक्षक होने के नाते, आवाज़ उठाने से बेहतर है, हमें इन बंधनों से मुक्त करो, इस बंधन को तोड़ डालो, हमें आज़ाद करो। भीतर से हम में से कोई भी सामान्य नहीं है, हम सभी धूमकेतू की तरह पैदा हुए हैं जो अंतरिक्ष और समय में चक्कर लगा रहे हैं और हम जहां भी टकराएंगे अपनी छाप छोड़ेंगे।
* ज्वालामुखी का मुंह हमें याद दिलाता है कि यहां कुछ कमाल का हुआ था। कुछ ऐसा जिसने पूरी दुनिया को ही बदल दिया था। किसी को यह बताना अन्याय है कि शिक्षा ही हर उलझन को सुलझाने की चाबी है, जबकि आप बार बार उस चाबी का ताला बदल देते हैं।
* तो उठिए, जागिए!! अपनी आवाज़ उठाइए। तब तक जब तक आप हर बच्चे के हिस्से के आसमान में हुए छेद को भर नहीं देते। मैं अपनी क्लास का ब्लैक होल हूं जो सब कुछ अपने अंदर समेटे जा रहा था लेकिन खुद मेरे पास रोशनी का कोई सुराख नहीं था। लेकिन अब और नहीं, अब मैं भी सितारों का हिस्सा हूं।
* नहीं..आसमान के आगे भी बहुत कुछ है। आसमान तो बस एक शुरूआत है तो उठो और उड़ान भरो!!