महाकुंभ-2025 इस बार प्रयागराज में आयोजित होगा। यहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का पावन संगम है। संगम स्नान के लिए यूं तो प्रतिवर्ष माघ मेला, छह वर्ष में लगने वाले अर्धकुंभ मेला और 12 वर्ष पर आयोजित कुंभ मेला में लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान करने आते हैं। पिछले कुंभ मेला से अधिक सुविधा इस बार अधिक सुविधा मिलेगी।
कुंभ के पहले गंगा-यमुना में गिरने वाले सभी नाले एसटीपी से जुड़ेंगे : कुंभ के पहले दीर्घकालीन परियोजनाओं के निर्माण कार्य को लेकर प्रयागराज मेला प्राधिकरण की अहम बैठक हुई। इसमें कई परियोजनाओं के प्रस्तावों पर चर्चा हुई। सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव गंगा और यमुना में गिरने वाले सभी छोटे-बड़े 60 नालों को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से जोडऩे का है। इससे स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को संगम में स्वच्छ जल मिल सकेगा। इसके साथ ही इनर रिंग रोड, रेलवे ओवरब्रिज और फ्लाईओवर पर भी विमर्श किया गया।
सेतु निगम आरओबी के कार्य जल्द पूरा करेगा : बैठक में मुख्य सचिव के निर्देशों को लेकर विचार-विमर्श हुआ। इसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, जल निगम के कामों के प्रस्तावों का प्रजेंटेशन हुआ। मेलाधिकारी व पीडीए वीसी अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि महाकुंभ के पहले ही अविरल व निर्मल गंगा और यमुना के लिए तैयार प्रस्ताव पर चर्चा हुई। इसके लिए सभी नालों को एसटीपी से जोडऩे पर जोर दिया गया। सेतु निगम के निर्माणाधीन जगतपुर, पचदेवरा, भीरपुर आरओबी के कार्यों को जल्द पूरा करने को कहा गया। साथ ही रेलवे ओवर ब्रिज जसरा, चौफटका, बेगमसराय, गल्ला बाजार आरओबी का का शुरू कराने को लेकर रणनीति बनी।
लोनिवि ने फोरलेन के प्रस्ताव पर चर्चा हुई : शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र में आधा दर्जन नए आरओबी, चार फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर भी कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया। लोक निर्माण विभाग की ओर से फाफामऊ, सहसों, हनुमानगंज को फोरलेन करने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई।
पेयजल आपूर्ति को बिछेगी पाइप लाइन : जल निगम की ओर से मेला के परेड मैदान में सीवर लाइन, ध्वस्त हो गए पेयजल नलकूप, झूंसी में बरसैता नाले के पास जलापूर्ति की पाइप लाइन बिछाने के प्रस्ताव का प्रजेंटेशन दिया गया। पीडीए और नगर निगम के कामों की चर्चा अगली बैठक में होगी।
विजय किरन का प्रभार बढ़ाने से कामों को मिलेगी गति : दिव्य व भव्य कुंभ 2019 में मेलाधिकारी रहे विजय किरन आनंद का कुंभ मेलाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार लगातार बढ़ाने से अब महाकुंभ के कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है। उनकी तैनाती यहां 2018 में ही हो गई थी, जिससे उन्हें इसका पूरा अनुभव है। वैसे अभी तक उनके पास ही मेलाधिकारी कुंभ मेला प्रयागराज का अतिरिक्त प्रभार था, जिसे आगे भी कांटीन्यू कर दिया गया है।