वाशिंगटन। उत्तर कोरिया आत्मरक्षा के लिए ही परमाणु हथियार का इस्तेमाल नहीं कर सकता है, बल्कि तानाशाह किम जोंग अपनी सत्ता खतरे में देखकर भी संहारक हथियारों के इस्तेमाल का आदेश दे सकते हैं। यह बात अमेरिकी खुफिया एजेंसी के निदेशक माइक पोंपियो ने कही है।
निदेशक ने कहा, अमेरिका तक पहुंचने वाली मिसाइल के एक परीक्षण से किम जोंग उन मानने वाले नहीं हैं। वह अपने हथियारों की गुणवत्ता और उनकी संख्या बढ़ाने के लिए लगातार लगे रहेंगे। एक साल का समय बहुत महत्वपूर्ण है। इस समय में उत्तर कोरिया अमेरिका पर हमले की पर्याप्त ताकत और गुणवत्ता हासिल कर सकता है।
पोंपियो ने कहा कि अमेरिका की खुफिया और सैन्य एजेंसियां लगातार हालात पर नजर रख रही हैं। वे विकल्पों पर भी कार्य कर रही हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनकी जानकारी दी जा रही है। बातचीत से उत्तर कोरिया को परमाणु निशस्त्रीकरण के लिए तैयार करने की संभावना खत्म होने पर वैकल्पिक उपाय अमल में लाए जाएंगे। हमारे लिए जो भी विकल्प बचेंगे, हम उन पर कार्य करेंगे। उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने के लिए अमेरिका का अभियान जारी है। पूरी दुनिया में इस कार्य में सीआइए कर्मी लगे हुए हैं। हमारा लक्ष्य कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त बनाना है।
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