कहावत है कि पुलिस जब अपने पर आती है, तो रस्सी को भी सांप बना देती है। कार में सवार एक युवक के पास जब सभी कागजात पूरे मिले, तो पुलिस ने हेलमेट नहीं पहनने का चालान काट दिया। इस पुलिसिया मनमानी का वह अनूठे तरीके से विरोध दर्ज करा रहे हैं। वह कार चलाते समय भी हेलमेट पहनते हैं। भिवाड़ी के पुलिस अधीक्षक से शिकायत भी की है।
ताज्जुब की बात है कि जिस पुलिसकर्मी के नाम से चालान काटा गया है, वह उस दौरान छुट्टी पर था। अलवर जिले के गांव खोहरी खुर्द निवासी खलील मोहम्मद सरकारी विभागों में कांट्रेक्टर के तौर पर काम करते हैं। खलील मोहम्मद के मुताबिक, वह छह मई को अल सुबह तीन बजकर 40 मिनट पर अपनी क्रेटा कार में भिवाड़ी से गांव खोरी खुर्द जा रहे थे। कैपिटल मैलेरिया बि¨ल्डग के निकट पुलिस की एक गाड़ी उनकी कार के सामने आकर रुकी जिसमें से चार पांच पुलिस कर्मचारी नीचे उतरे।
उसने कार रुकवाने का कारण पूछा तो सहायक उपनिरीक्षक रैंक के एक पुलिसकर्मी बत्तू सिंह ने उसके साथ अभद्रता की तथा गाड़ी के दस्तावेज देखे। कार के सभी कागजात पूरे पाए जाने पर पुलिसकर्मी ने उनसे दो हजार रुपयों की मांग की। आरोप है कि पुलिसकर्मी ने किसी झूठे मुकदमे में फंसाने की भी धमकी दी। खलील ने पैसे देने से इन्कार किया तो पुलिसकर्मी ने हेलमेट नहीं पहनने का चालान काट दिया। चालान में स्पष्ट तौर पर कार का चेचिस नंबर और अन्य जानकारियां लिखी हैं। उसमें उल्लेख है कि हेलमेट नहीं पहनने पर चालान काटा गया है।
विरोध में हेलमेट पहनकर चला रहे कार
खलील मोहम्मद इस घटना से काफी आहत हुए। सात मई से विरोध स्वरूप वह कार हेलमेट पहनकर ही चला रहे हैं। उनका कहना है कि अगर पुलिस अधीक्षक कोई कार्रवाई नहीं करते हैं तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे लेकिन संबंधित पुलिसकर्मी को सजा जरूर दिलवाकर रहेंगे।
बत्तू सिंह ने कहा, मैं छुट्टी पर था, जांच में सच सामने आएगा
सहायक उपनिरीक्षक बत्तू सिंह का कहना है कि मुझ पर लगाए तमाम आरोप निराधार हैं। वह तो तीन मई से 10 मई तक अवकाश पर थे। उनकी आइडी पर जो चालान काटा गया है उस पर किसी अन्य पुलिसकर्मी ने साइन किए हैं।