कानपुर : गंगा तट से पांच सौ मीटर की दूरी पर किसी भी तरह का निर्माण न होने दें। कोई अवैध रूप से निर्माण करे तो उसके विरुद्ध तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। ये आदेश डीएम सुरेंद्र सिंह ने कलेक्ट्रेट में आयोजित जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक में दिए। डीएम ने कहा कि गंगा तट पर बसे 37 गांवों के प्रधानों को नोडल बनाया जाए।
गंगा तट पर पौधरोपण कराने के साथ ही ग्रामीणों को गंगा की निर्मलता के प्रति जागरूक किया जाए। ग्रामीणों को नदी में गंदा पानी व शव प्रवाहित न करने के लिए प्रेरित करने को व्यापक अभियान चलाया जाए। गंगा किनारे जो भी दुकानें हैं उनका सर्वे किया जाए, यदि वहां पर पालीथीन में सामग्री की बिक्री होते मिले तो नगर निगम तत्काल चालान करे। किसी भी दशा में पालीथीन की बिक्री न होने दी जाए।
घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं को भी गंगा में खाद्य पदार्थ न फेंकने के लिए जागरूक करें। प्रत्येक माह के चौथे शनिवार को सिविल डिफेंस, नगर निगम के लोग स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों के सहयोग से स्वच्छता अभियान चलाया जाए। एडीएम सिटी सतीश पाल ने कहा, दूसरे और चौथे शनिवार को सफाई अभियान चलाया जाएगा। समिति के सदस्य उमेश चंद्र निगम, अनिल कुमार, डीएफओ एसएस श्रीवास्तव, एसपी पश्चिम गौरव ग्रोवर आदि रहे।
सरसैया घाट को बनाएं आदर्श घाट
डीएम ने कहा कि सरसैया घाट को आदर्श घाट बनाने की जरूरत है। यह कार्य सबको मिलकर करना है। यहां विविध तरह के फूलों के पौधे लगाए जाएं, डस्टबिन रखी जाए।
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