इस्लामाबाद। संयुक्त राष्ट्र में भारत के हाथों मात खाने के बाद अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूएन में भारत को झटका देने के लिए नई रणनीति बनाने में जुटे हैं। इसके तहत वह संयुक्त राष्ट्र की आम सभा में जाने से पहले कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से मिलकर भारत को घेरने की रणनीति बनाएंगे। इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र के सत्र में शामिल होने जा रहे नवाज शरीफ पीओके और हुर्रियत के नेताओं से मुलाकात करेंगे।
पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ के मुताबिक नवाज शरीफ पीओके का दौरा कर वहां के नेताओं और हुर्रियत के पीओके के प्रतिनिधियों से बातचीत कर यूएन में अपने भाषण का एजेंडा तय करेंगे।
इसके लिए वह पाक अधिकृत कश्मीर के प्रधानमंत्री राजा फारुक हैदर से भी मिलेंगे। अखबार ने हैदर के हवाले से लिखा है कि नवाज शरीफ न्यूयॉर्क जाने से पहले आज मुजफ्फराबाद आकर अपने भाषण के लिए कश्मीरी नेताओं विचार-विमर्श करेंगे।
नवाज शरीफ पीओके के नेताओं से और हुर्रियत के पीओके चैप्टर के प्रतिनिधियों से अलग-अलग मीटिंग करेंगे। गौरतलब है कि उन्हें 21 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना भाषण देना है।
इससे पहले वह पीओके और हुर्रियत के नेताओं को अपने भरोसे में लेना चाहते हैं। हैदर का कहना है कि ऐसा करके नवाज भारत को एक कठोर संदेश देना चाहते हैं। यूएन महासभा में शामिल होने के लिए वह कल पाकिस्तान से रवाना होंगे। गौरतलब है कि बकरीद के मौके पर भारत को चिढ़ाते हुए नवाज शरीफ ने त्योहार को कश्मीर के सर्वोच्च बलिदानियों को समर्पित किया।
शरीफ ने कहा था कि जब तक कश्मीर का मुद्दा सुलझ नहीं जाता तब तक पाकिस्तान ऐसा करना जारी रखेगा। शरीफ ने ईद-उल अजहा के मौके पर दिए संदेश में कहा था कश्मीरियों के बलिदानों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्हें उनके बलिदानों का फल जरूर मिलेगा। हम इस ईद को कश्मीरी जनता के सर्वोच्च बलिदानों के प्रति समर्पित करते हैं। जब तक कश्मीर का मुद्दा कश्मीरी जनता की इच्छाओं के अनुरूप हल नहीं होता, तब तक हम ऐसा करना जारी रखेंगे।