हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सब्जियों की बढ़ती कीमतों के लिए मुस्लिम विक्रेताओं को जिम्मेदार ठहराने के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि शायद वे अपनी व्यक्तिगत विफलताओं का दोष भी मिया भाई पर मढ़ते हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष ओवैसी ने तीखा पलटवार किया। AIMIM प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष किया।

हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार रात सब्जियों की बढ़ती कीमतों के लिए मुस्लिम विक्रेताओं को जिम्मेदार ठहराने के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि शायद वे अपनी व्यक्तिगत विफलताओं का दोष भी ”मिया भाई” पर मढ़ते हैं।
CM सरमा ने शुक्रवार को यह दावा करके एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया कि मुस्लिम सब्जी विक्रेता सब्जियों की कीमतें बढ़ा रहे हैं और अगर “असमिया लोग” सब्जियां बेचते, तो वे कभी भी “अपने असमिया लोगों” से अधिक शुल्क नहीं लेते।
स्थानीय भाषा में ‘मिया’ का तात्पर्य बंगाली भाषी मुसलमानों से है जो असम में रहते हैं लेकिन माना जाता है कि वे मूल रूप से बांग्लादेश से आए हैं।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, मिया व्यापारी गुवाहाटी में असमिया लोगों से सब्जियों की ऊंची कीमत वसूल रहे हैं, जबकि गांवों में सब्जियों की कीमत कम है। अगर आज असमिया व्यापारी सब्जियां बेच रहे होते, तो वे कभी भी अपने असमिया लोगों से अधिक शुल्क नहीं लेते।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष ओवैसी ने तीखा पलटवार किया।
ओवैसी ने कहा कि देश में एक ऐसी मंडली (समूह) है जो अपने घर में भैंस के दूध न देने या मुर्गी के अंडे न देने पर भी मिया जी को दोष देगी। शायद वे अपनी ‘निजी’ नाकामियों का ठीकरा भी मिया भाई पर फोड़ते हैं।
AIMIM प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि पीएम और विदेशी मुसलमानों के बीच गहरी दोस्ती चल रही है। उनसे टमाटर, पालक, आलू आदि मांग कर काम चलायें।
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रमुख और धुबरी सांसद बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मिया मुसलमानों को गुवाहाटी में सब्जियां और ‘मसाला’ बेचने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सीएम राज्य के मुखिया हैं और उनके मुंह से ऐसे शब्द निकलना ठीक नहीं लगता। उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था।’ मुझे ये पसंद नहीं आया। यह सब करके वह मुसलमानों और असमिया लोगों के बीच विभाजन पैदा कर रहे हैं। अगर इन सबके बाद भी कोई घटना घटती है तो इसके लिए सरकार और सीएम सरमा जिम्मेदार होंगे।