तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों व राजधानी चेन्नई में गुरुवार की रात व तड़के शुक्रवार की सुबह भारी बारिश हुई. भारी बारिश की वजह से अधिकारियों को स्कूलों व कॉलेजों को बंद करने का आदेश देने को मजबूर होना पड़ा. भारी बारिश व तेज हवाओं की वजह से कन्याकुमारी में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया. यहां पहुंची सूचनाओं के अनुसार हजार से ज्यादा लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है. बीते कुछ दिनों में ओखी चक्रवात के बाद तमिलनाडु में बारिश से नौ लोगों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी ने शोकसंतप्त परिवारों को अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.

राष्ट्रीय आपादा मोचन बल की टीमें व राज्य डीआरएफ कन्याकुमारी जिले में राहत व बचाव अभियान में जुटे हुए हैं.अधिकारियों के अनुसार, चार हजार से ज्यादा बिजली के खंभे गिर गए हैं, जिससे प्रभावित इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है. आपूर्ति बहाली के लिए मरम्मत कार्य जारी है. इसी तरह सड़क यातायात बहाल करने के लिए उखड़ चुके पेड़ों को हटाया जा रहा है.

मौसम विभाग के अनुसार, ओखी चक्रवात के लक्षद्वीप द्वीप को 24 घंटे में पार कर जाने की उम्मीद है. विभाग ने तमिलनाडु के थेनी, दिनदुगुल, कोयंबटूर व नीलगिरी इलाकों में अगले 24 घंटों में बारिश का पूर्वानुमान जताया है. वहीं कन्याकुमारी में मछुआरों को समुद्र की तरफ नहीं जाने की चेतावनी दी है.