दिल्ली में पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने बिहार को जंगलराज से निकाला है। एक विकसशील बिहार बनाया। प्रगति के दौर में लाया है। इसको अगर पंख देना है तो यह मांगें पूरी होनी चाहिए। यह बिहार के विकास के लिए जरूरी है।
जब से लोकसभा चुनाव परिणाम आया है, तब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी चर्चा में है। 16 में से 12 सीटें लाकर सीएम नीतीश कुमार की पार्टी टीडीपी के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सबसे बड़ी सहयोगी बनकर सामने आई है। सीएम नीतीश कुमार एनडीए के साथ ही रहेंगे, यह अब तक की सियासी गतिविधियों से साफ नजर आ रहा है। लेकिन, इस बार उनकी पार्टी के नेता और करीबी बड़े मंत्रालयों की मांग कर रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार के करीबी और उनकी पार्टी की सांसद लवली आनंद के पति आनंद मोहन ने रेल मंत्रालय की मांग कर दी है।
विशेष राज्य का दर्जा बिहार के विकास के लिए जरूरी
आनंद मोहन ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हमलोग रेल मंत्रालय की मांग करते हैं। रेल मंत्रालय की मांग पुख्ता मांग है। लगातार यह बिहार के हिस्से रहा है। एलएन मिश्रा, रामविलास विलास और नीतीश कुमार के जमाने से जो कार्य अधूरे हैं, उनको अगर पूरा करना है तो पिछड़े बिहार को रेल मंत्रालय चाहिए। सीएम नीतीश कुमार ने बिहार को जंगलराज से निकाला है। एक विकसशील बिहार बनाया। प्रगति के दौर में लाया है। इसको अगर पंख देना है तो विशेष राज्य के दर्जे की मांग पूरी होनी चाहिए। यह बिहार के विकास के लिए जरूरी है। लवली आनंद और बाकी लोग संसदीय दल की बैठक में हैं। वह जब निकलेंगी तो बाकी बातें सामने आ जाएगी।
बिना शर्त के जदयू एनडीए के समर्थन में है
वहीं सांसद लवली आनंद ने कहा कि पुनौरा धाम का विकास होना चाहिए। यहां भी अयोध्या की तरह मंदिर बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां-जहां रेलवे नहीं है वहां रेल मिले। उन्होंने भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। हालांकि, इनसे पहले जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह जदयू बिना शर्त एनडीए के समर्थन में है। केसी त्यागी ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य के दर्जा की मांग हमारे दिल और दिमाग में है।