उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म मामले में 21 मई को सीबीआइ जांच प्रगति रिपोर्ट इलाहाबाद हाईकोर्ट में पेश करेगी। इस मामले से जुड़े कई मुद्दों पर मुख्य न्यायाधीश डीबी भोंसले तथा न्यायमूर्ति सुनीत कुमार की खंडपीठ में सुनवाई होनी है।
मालूम हो कि सीबीआइ की ओर से पीडि़ता और उसके परिवारीजन का बयान दर्ज न करने, पीडि़ता के पिता की मौत के जिम्मेदार पुलिसकर्मियों सहित मारपीट करने वाले नामजद आरोपितों पर सीधी कार्रवाई न होने को लेकर कोर्ट ने सीबीआइ के एसीपी को फटकार लगाई थी और जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया था।
कोर्ट ने मुख्य आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को लखनऊ जेल में शिफ्ट करने का भी निर्देश दिया था। इसके साथ ही कोर्ट ने पॉक्सो एक्ट के तहत उन्नाव की अदालत में चल रहे मुकदमे को सीबीआइ अदालत लखनऊ में भेजने की अर्जी पर आरोपितों को नोटिस जारी की थी। इन सभी मुद्दों पर कोर्ट में सुनवाई होगी और सीबीआइ अपनी जांच प्रगति रिपोर्ट पेश करेगी।
विधायक सेंगर 48 घंटे की रिमांड पर
आरोपित भाजपा विधायक कुलदीप ङ्क्षसह सेंगर को सीबीआइ ने 48 घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया है। विधायक को कस्टडी में लेने के लिए सीबीआइ टीम रविवार को सीतापुर जेल पहुंची और प्रक्रिया पूरी कर लखनऊ रवाना हो गई। सूत्रों के मुताबिक पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के बाद सीबीआइ उनसे तमाम बिंदुओ पर पूछताछ करेगी। विधायक कुलदीप सिंह सेंगर व महिला आरोपित शशि सिंह को आठ मई को उन्नाव से सीतापुर जेल में शिफ्ट किया गया था। उन्हें यहां तन्हाई बैरक में रखा गया। शुरुआत में उन्हें यहां भी कठिनाई हो रही थी। इस वजह से वह एक बार पेशी पर भी नहीं जा पाए थे।
मुलाकातियों पर नजर
सेंगर के सीतापुर जेल में आने के बाद काफी सतर्कता बरती जा रही है। उनसे मिलने वालों पर भी जेल प्रशासन की पैनी नजर है। सीतापुर जेल की बात करें तो पिछले 13 दिनों में खुद विधायक भी लोगों से दूर ही रहे हैं। कई बार उन्होंने मिलने आने वालों से भी मुलाकात नहीं की।