जब-जब ऐसा लगता है कि कि इलेक्ट्रिक व्हीकल में बैटरी फटने के मामले रुक गए हैं, तभी ऐसे नया मामला सामने आ जाता है। इस बार ये हादसा मुंबई में हुआ है। जहां एक इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की बैटरी फटने की वजह से एक 7 साल के बच्चे की मौत हो गई है। पुलिस ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया है कि गाड़ी के मालिक ने बैटरी को रातभर चार्जिंग पर लगा दिया था, जिस वजह से बैटरी में ब्लास्ट हुआ। मृतक बच्चे की पहचान शब्बीर अंसारी के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि यह घटना 23 सितंबर की है। बता दें कि पिछले महीने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की 52,957 यूनिट्स बिकीं थी।
आधी रात का चार्जिंग पर लगाई गाड़ी
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, शब्बीर अंसारी घटना के वक्त अपनी दादी के साथ घर के लिविंग रूम में सो रहा था। उसके पिता सरफराज बेडरूम में सो रहे थे। सरफराज ने रात करीब ढाई बजे बैटरी चार्ज करने के लिए लगा दी थी और करीब सुबह साढ़े पांच बजे बैटरी में जोरदार धमाका हुआ। इस धमाके में शब्बीर और उसकी दादी चपेट में आ गई। गंभीर हालत में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 30 सितंबर को शब्बीर की मौत हो गई।
सिकंदराबाद में हुआ था बड़ा हादसा
13 सितंबर को तेलंगाना के सिकंदराबाद में सोमवार देर रात रूबी नाम के इलेक्ट्रिक स्कूटर शोरूम में आग लग गई थी। ये हादसा बैटरी चार्जिंग यूनिट में आग लगने से ये हुआ था। इस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई थी। इस शोरूम के ऊपर एक लॉज थी। मरने वाले सभी लोग इसी लॉज में रहते थे। लोगों के मौत की वजह दम घुटने से हुई। इस घटना की जांच करने वाले अधिकारियों ने बताया था कि इस इलेक्ट्रिक स्कूटर शोरूम पर 5 नए ई-स्कूटर और सर्विसिंग के लिए आए 12 पुराने स्कूटर जल कर खाक हो गए।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर इस्तेमाल करने वाले इन 6 बातों का ध्यान रखें
1. टू-व्हीलर की बैटरी को घर में ऐसी जगह पर चार्ज करें जो आउटर एरिया हो। उसे कपड़े या लकड़ी के सरफेस पर नहीं रखें।
2. बैटरी को पूरी रात चार्जिंग पर नहीं छोड़े। जब तक आप जाग रहे हैं तब तक चार्ज करें। सोते वक्त चार्जिंग बंद कर दें।
3. ई-व्हीकल पानी में भीग जाए तो चार्जिंग से बचें। अच्छी तरह सूखने और साफ करने के बाद भी उसे चार्जिंग पर लगाएं।
4. ड्राइविंग के दौरान आपको जरा सी भी महक आती है तब उसे इग्नोर न करें। तुरंत गाड़ी को रोक लें और सबसे पहले सीट को ओपन कर लें। ताकी अंदर की हीट बाहर निकल जाए।
5. चीनी मैन्युफैक्चरर का व्हीकल लेने से भी बचें। इसकी बजाए जो गाड़ियां हमारे यहां की फैक्ट्री में बन रही हैं उन पर जाएं।
6. गाड़ी के इंश्योरेंस को अप-टू-डेट रखें। कोशिश करें कि यदि वो एक्सपायर होने वाला है तब सप्ताहभर पहले ही उसे रिन्यू करा लें।