अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के एक ट्वीट ने पाकिस्तान को इतना हिला दिया है कि लगभग रोज इस्लामाबाद सफाई देता दिख रहा है। देश के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अब ताजा ट्वीट्स के जरिए एक बार फिर अमेरिका को जवाब देने की कोशिश की है। अपने भावुक ट्वीट्स में आसिफ ने कहा है कि अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला करने के लिए पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों का इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं अमेरिका द्वारा जिस युद्ध को शुरू किया गया उसमें हजारों पाकिस्तानी नागरिकों और सैनिकों की जान जा चुकी है।
आसिफ ने कहा, ‘हमारी सेनाएं एक असामान्य युद्ध से लड़ रही हैं, हमारे बलिदानों की एक अनन्त गाथा है।’ आसिफ ने अपने ट्वीट्स की शुरुआत पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ पर निशाना साधते हुए की, जो कि न्यू यॉर्क में हुए 9/11 हमले के वक्त पाकिस्तान की सत्ता संभाले हुए थे।
डॉनल्ड ट्रंप ने 1 जनवरी को अपने पहले ट्वीट में कहा था, ‘अमेरिका ने बीते 15 सालों में पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर रुपये मदद के तौर पर दिए, और उन्होंने हमें सिवाय झूठ और धोखे के कुछ नहीं दिया। उन्होंने हमारे नेताओं को मूर्ख समझा। उन्होंने आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह दी और हम अफगानिस्तान में खाक छानते रहे। अब और नहीं।’ इस ट्वीट के कुछ ही देर बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने ट्वीट कर कहा था कि वह जल्द दुनिया को सच बताएंगे। तथ्यों और कल्पना के बीच का फर्क बताएंगे।
आसिफ ने इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘हम आपके साथ खड़े रहे। आपके दुश्मनों को अपना दुश्मन समझा। हमने ग्वैंतैनमो बे को भर दिया।’ आसिफ 11 जनवरी 2002 से खुले डिटेंशन कैंप का जिक्र कर रहे थे। जिसे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की वजह से बनाया था।