पाकिस्तानी अखबार में छपी एक खबर के मुताबिक, पाकिस्तान ने कहा कि वह पहले ही आतंकियों के पनाहगाहों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है अगर अमेरिका इस पर और एक्शन की मांग करता है तो बातचीत बंद करना ही एकमात्र विकल्प होगा। साथ ही इस रिपोर्ट में अमेरिका की ‘नई अफगान नीति’ की भी आलोचना की गई है।
बता दें कि यूएस के वरिष्ठ अधिकारी इस महीने अपनी संभावित पाकिस्तान यात्रा के दौरान ट्रंप की अफगान नीति पर पाक अधिकारियों से बातचीत करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के अधिकारियों के बीच अफगानिस्तान में शांति को लेकर चर्चा हो सकती है।
इससे पहले अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मेटिस ने एक संसदीय कमेटी से कहा था कि अमेरिका ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को अपना रवैया सुधारने के लिए कहा है। उन्होंने कहा था आतंकवादियों को मिल रही पाकिस्तानी मदद को खत्म करने के लिए अमेरिका एक बार फिर पाकिस्तान सरकार से मिल कर काम करने को तैयार है.