योगी आदित्यनाथ के यूपी के सीएम के रूप में सोमवार को 100 दिन पूरे हो गये. योगी आज अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगे. लखलऊ के लोकभवन में एक प्रेस कान्फ्रेंस कर योगी अपने काम-काज का लेखा जोखा देंगे. योगी के साथ दोनों डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और केशव मौर्य भी मौजूद रहेंगे.
बीजेपी सरकार ने 19 मार्च को कामकाज संभाला था. बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने 403 सदस्यीय विधानसभा में 325 सीटों पर जीत हासिल की थी. किसानों की कर्ज माफी और कानून व्यवस्था जैसी बड़ी चुनौतियां सरकार के सामने थीं.
चुनाव से पहले अपने वादे के मुताबिक योगी सरकार ने किसानों की कर्ज माफी का एलान किया. इस फैसले से राजकोष पर 36,369 करोड़ रुपये का बोझ आया. इसके अलावा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने से भी 34,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ा.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए धन जुटाना भी सरकार के लिए बड़ी चुनौती रही. योगी ने 15 जून तक राज्य की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का एलान किया था, हालांकि सरकार ने माना है कि केवल 63 प्रतिशत काम ही किया जा सका.
अभी-अभी: सीएम योगी ने लिया ऐसा गरमा-गर्म फैसला, मुस्लिम संगठनों के छूटे पसीने
बीजेपी ने अपने लोक कल्याण संकल्प पत्र में छात्रों को मुफ्त लैपटॉप देने का वादा किया है लेकिन अभी इस योजना को लेकर किसी तारीख का एलान नहीं किया गया. कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पूर्व की सपा सरकार को निशाने पर लेने वाली बीजेपी की अपनी सरकार के समय जातीय एवं सांप्रदायिक संघर्ष हुए.
बहरहाल, राज्य सरकार ने यूपी में सपा के जंगलराज का हवाला देते हुए व्यवस्था सुधारने के काम के लिए और समय की मांग की है. योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद से पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार के समय शुरू की गयी एक्सप्रेसवे और रिवर फ्रंट परियोजनाओं समेत कई परियोजनाओं की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी गयी है.