नई दिल्ली: 2018 आम बजट पेश करते हुए देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने देश के 600 स्टेशनों को दोबारा बनाने की घोषणा की थी. इन स्टेशनों का निर्माण दोबारा होगा और इनकी डिजाइन भी अलग-अलग होगी. जिन 600 स्टेशनों का निर्माण दोबारा होना है, उसमें अयोध्या का रेलवे स्टेशन भी शामिल है. रेलवे राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा है कि अयोध्या के रेलवे स्टेशन को ठीक वैसे ही डिजाइन किया जाएगा, जैसा कि VHP ने राम मंदिर के लिए तैयार किया है.
यानी अयोध्या के नये रेलवे स्टेशन का डिजाइन वीएचपी की तरफ से डिजाइन किए गए राम मंदिर जैसा होगा. बता दें कि प्रस्तावित राम मंदिर का यह मॉडल VHP (विश्व हिन्दू परिषद) ने साल 1980 में तैयार किया था. अयोध्या रेलवे स्टेशन के अलावा देश में जिन 600 स्टेशनों का पुनर्निर्माण होना है, उसमें निजी कंपनियों का भी योगदान होगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मनोज सिन्हा ने एक जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा. इसके लिए जरूरी प्रस्ताव को आगे बढ़ा दिया गया है. प्रस्ताव पर मुहर लगते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
अयोध्या का रेलवे स्टेशन सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. लिफ्ट, एस्केलेटर्स आदि जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी. मनोज सिन्हा ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का मानना है कि अयोध्या आने वाले लोगों को यह महसूस होना चाहिए कि यह राम की जन्मभूमि है.
अयोध्या रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपये का फंड दिया गया है. इसमें 80 करोड़ रुपये रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण पर खर्च किया जाएगा, जबकि शेष 120 को माल व गोदामों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में खर्च किया जाएगा.
मनोज सिन्हा ने बताया कि अयोध्या रेलवे स्टेशन पुनर्निर्माण का काम 2021 तक पूरा हो जाएगा. वहीं फैजाबाद-बाराबंकी रेल मार्ग के दोहरे ट्रैकिंग और इलेक्ट्रिफिकेशन पर 1,116 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और यह काम 2022 तक पूरा हो जाना चाहिए. जन समूह में मनोज सिन्हा के साथ मौजूद फायरब्रांड बीजेपी सांसद विनय कटियार ने कहा कि अयोध्या रेवले स्टेशन के पुनर्निर्माण पर अटलजी के वक्त से विचार-विमर्श चल रहा है. अब लगता है कि यह काम पूरा हो जाएगा.