New Delhi: मोदी सरकार ने भ्रष्ट अफसरों पर बड़ी कार्रवाई करने का डंके की चोट पर ऐलान कर दिया है। लोकसभा में बुधवार को केंद्र सरकार ने बताया कि 48 भ्रष्ट अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप में केस चलाने की अनुमति दी गई है। इनमें IAS, IPS और IRS अधिकारी शामिल हैं। ऐसे में अगर इन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध होते हैं तो इन्हें सजा भी होगी और साथ में नौकरी से भी हाथ धोना पड़ेगा।अभी-अभी: मोदी का सबसे करीबी दिग्गज नेता हुआ कांग्रेस में शामिल, BJP मे आया जबरदस्त भूचाल…
कार्मिक मामलों के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक लिखित जवाब में लोकसभा को बताया कि इन भ्रष्ट अफसरों में 23 भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के, 3 भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के और 22 भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के हैं। उन्होंने कहा कि जिन मामलों में केस चलाने की अनुमति दी गई है वो 2014-15 से अब तक के हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान 13 भ्रष्ट अफसरों को नौकरी से भी हटाया गया है, जिनमें 4 IAS, एक IPS और आठ IRS अधिकारी हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री के समक्ष प्रजेंटेशन में कार्मिक मंत्रालय ने कहा था कि खराब प्रदर्शन करने वालों और कथित रूप से अवैध गतिविधियों में शामिल रहने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 24 अधिकारियों समेत सिविल सेवा के 381 अधिकारियों के खिलाफ समयपूर्व सेवानिवृत्ति और वेतन में कटौती जैसी कार्रवाई की गई।
मंत्रालय ने कहा था कि ये कठोर उपाय नौकरशाही में जवाबदेही और अनुशासन की भावना उत्पन्न करने के लिए काफी हद तक सफल रहे हैं और इसके जरिए कर्मचारियों तक संदेश भी पहुंचा है कि या तो प्रदर्शन करके दिखाओ या बाहर जाओ। IAS, IPS और आईएफएस जैसी अखिल भारतीय सेवाओं के 2,953 अधिकारियों समेत ग्रुप ए के 11,828 अधिकारियों के रिकॉर्ड की समीक्षा की गई।