राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव और उच्च शिक्षामंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा कि नए साल का जश्न पश्चिमी अवधारणा है। उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को अपनी परंपराओं का पालन करना चाहिए। खुले आम नए साल के जश्न का विरोध करने वाले पवैया ने कहा कि यह पश्चिमी मान्यता है और लोगों को अंग्रेजी कैलेंडर का पालन नहीं करना चाहिए।
उन्होंने ग्वालियर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘हिंदुओं का अपना कैलेंडर है जो अपनी संस्कृति को बचाए रखने के लिए कड़ाई से पालन करने की जरूरत है। हमें हिंदू कैलेंडर के हिसाब से त्योहारों को मनाना चाहिए।’
इस बीच भार्गव ने भी पवैया का समर्थन करते हुए कहा, ‘मैं निजी रूप से नया साल नहीं मनाता। हम अपनी परंपरा का पालन करते हैं और पश्चिमी त्योहारों की नकल नहीं करते हैं। हमारा नया साल हिंदू कैलेंडर के हिसाब से आता है और लोगों को अपनी परंपराओं का सम्मान करना चाहिए न कि अंग्रेजों का।’
उधर, विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने इसको लेकर हमला बोला है। राज्य कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा, ‘बीजेपी नेताओं को कई बार अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से जन्मदिन मनाते देखा गया है। उन्हें बड़े होटलों में नए साल का जश्न मनाते देखा गया है लेकिन राजनीतिकरण के लिए वे दूसरों पर हिंदू परंपरा थोप रहे हैं।’
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