अफगानिस्तान में कार्यवाहक सरकार का एलान कर चुके तालिबान ने शपथ ग्रहण समारोह को रद्द कर दिया है. रूस की टीएसएस न्यूज़ एजेंसी ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी. रूसी न्यूज एजेंसी के मुताबिक, तालिबान के कल्चरल कमीशन के सदस्य इनामुल्ला समांगानी ने कहा कि देश की अंतरिम सरकार को चिह्नित करने वाले उद्घाटन समारोह को रद्द कर दिया है.
समांगानी ने ट्वीट करते हुए कहा, “नई अफगान सरकार का उद्घाटन समारोह कुछ दिन पहले रद्द कर दिया गया था. लोगों को और भ्रमित न करने के लिए, इस्लामिक अमीरात (जिस नाम से तालिबान खुद को बुलाता है) के नेतृत्व ने कैबिनेट की घोषणा की, और यह पहले से ही काम करना शुरू कर चुका है.”
इतना ही नहीं, समांगनी ने 11 सितंबर को सरकार के शपग्रहण समारोह की तारीख तय होने की खबरों को भी अफवाह करार दिया. दरसअल, इससे पहले खबरें थीं कि तालिबान की नई सरकार 11 सितंबर को शपथ ले सकती है. इसी दिन अमेरिका में हुए 9/11 हमले की 20वीं बरसी है.
गौरतलब है कि तालिबान ने 15 अगस्त को पंजशीर को छोड़कर पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था. इसके कुछ दिनों बाद ही तालिबान ने दावा किया कि उसने पंजशीर घाटी पर भी कब्जा कर लिया है. इसके बाद 7 सितंबर को तालिबान ने अंतरिम सरकार का एलान किया था.
तालिबान ने 7 सितंबर को अफगानिस्तान की कार्यवाहक सरकार के मंत्रिमंडल की घोषणा करते हुए मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को प्रधानमंत्री नियुक्त किया. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने काबुल में जानकारी देते हुए कहा था कि ‘नई इस्लामिक सरकार’ में संगठन की निर्णय लेने वाली शक्तिशाली इकाई ‘रहबरी शूरा’ के प्रमुख मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद प्रधानमंत्री होंगे जबकि मुल्ला अब्दुल गनी बरादर उप प्रधानमंत्री होंगे. इसके अलावा सिराजुद्दीन हक्कानी को गृहमंत्री, मुल्ला अमीर खान मुत्तकी को विदेश मंत्री, शेर मोहम्मद अब्बास स्तनिकजई को उप विदेश मंत्री बनाया गया, मुल्ला याकूब को रक्षा मंत्री, मुल्ला हिदायतुल्ला बदरी को वित्त मंत्री और कारी फसिहुद्दीन बदख्शानी को सेना बनाया.