डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा राम रहीम को दोषी करार देने के बाद जो माहौल देखा गया वो बेहद डरावना था . दरअसल राम रहीम के समर्थक भारी संख्या में एकत्रित हुए और जमकर उत्पात भी मचाया जिसमे सरकारी दफ्तरों से लेकर बसो को आग लगाई गयी और सरकारी बिल्डिंगो में जमकर तोड़फोड़ की गयी .
इस हिंसा में 30 लोगों की मौत हो गई है और करीबन 300 से अधिक लोग घायल हो गए हैं . जिसे देखते हुए हरियाणा सरकार अब ऐसी कोई स्तिथि दोबारा पैदा न हो इसके लिए राम रहीम को ‘अंडरग्राउंड’ रखना चाहती है .
खबरे है कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डेरा प्रमुख को कुछ दिनों में गुप्त तरीके से रोहतक से किसी अन्य जेल में शिफ्ट किया जा सकता है लेकिन इस मामले में कोई भी अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है . इसी सिलसिले में बुधवार शाम को चंडीगढ़ में जेल प्रशासन से जुड़े शीर्ष अधिकारी और गृह सचिव के बीच एक घंटे बैठक हुई है .
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खबरों के अनुसार इस बैठक में रोहतक जेल और राम रहीम की सुरक्षा को लेकर चर्चा हुई . जिसमें गुरमीत को दूसरी जेल में शिफ्ट करने और अंडरग्राउंड रखने के सुझाव पर सभी अधिकारियों ने अपनी सहमति जताई है हालाँकि इस बात की पुष्टि किसी अधिकारी ने नही की है . हरियाणा डीजी जेल केपी सिंह ने कहा है कि बैठक में केवल परिजनों से मिलने और सुरक्षा पर फैसला लिया गया है.
उन्होंने आगे बताया कि गुरमीत राम रहीम के परिजन उससे हफ्ते में एक बार मिल सकते हैं लेकिन सवाल यह खड़ा होता है कि डेरा प्रमुख को आख़िरकार किस जेल में रखा जाएगा ? माना जाता है कि अंबाला में डेरे के समर्थकों की संख्या बहुत ज्यादा है . ऐसे में यदि राम रहीम को रोहतक जेल से हटाया जाता है तो उसे झज्जर या सोनीपत जेल में रखे जाने की सम्भावनाये बनती है .