बीएचयू में बवाल पर सरकार अब सख्त नजर आ रही है. सरकार ने यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्राओं से छेड़छाड़ और लाठीचार्ज के मामले की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं. सीएम योगी ने कहा है कि रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. गोरखपुर पहुंचे योगी ने कहा कि इस मामले में पहले ही कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. बीएचयू के वीसी पर कार्रवाई के सवाल पर योगी ने कहा कि उनकी भी भूमिका की जांच इस रिपोर्ट में की जा रही है और रिपोर्ट के आने के बाद ही वह कुछ पता पाएंगे.
यूपी योगी आदित्यानाथ ने कहा- वाराणसी कमिश्नर और एडीजी वाराणसी ज़ोन की रिपोर्ट आ गई है. एक एडिशनल मजिस्ट्रेट, एक सिटी एसपी, एक एसएचओ के ख़िलाफ़ कार्रवाई हुई है. प्रशासन किसी छात्र को परेशान न करे.
इस बीच मानवाधिकार आयोग ने बीएचयू कैंपस में छात्राओं से छेड़खानी के मामले में कथित तौर पर कोई कार्रवाई नहीं करने और इसके विरोध में प्रदर्शन करने पर लाठीचार्ज के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश सरकार, बीएचयू के वाइस चांसलर को नोटिस भेजा है. मानवाधिकार आयोग ने यूपी के मुख्य सचिव, डीजीपी और बीएचयू के वीसी से इस बारे में चार हफ़्ते में जवाब मांगा है.
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बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में हुए बवाल के लिए वीसी भले बाहरी लोगों को ज़िम्मेदार बता रहे हों, बनारस के कमिश्नर के मुताबिक- ये विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है. उनका कहना है कि इस मामले को विश्वविद्यालय के स्तर पर ही सुलझाया जा सकता था. उधर, वीसी अब भी अपने रुख़ पर अड़े हुए हैं. अगर एक लड़की के साथ बदसलूकी की शिकायत वीसी ने सुन ली होती तो लड़के संतुष्ट होकर लौट जाते, लेकिन गार्ड्स के रवैये से लेकर वीसी तक की अनदेखी से मामला बड़ा होता चला गया.