सामाजिक न्याय को लेकर आज बड़ी लड़ाई लड़नी है। इसको लेकर अब समय आ गया है एक जुट होने का। जो एकजुट होकर नहीं रहेगा, वहा इस लड़ाई को नहीं लड़ पाएगा। ये बातें सामाजिक न्याय मोर्चा के अध्यक्ष मनोज यादव ने चंदौली में कही है। मनोज यादव ने त्रिस्तरीय आरक्षण प्रणाली को लेकर भी लंबी लड़ाई लड़ी थी। इसके बाद वह समाज सेवा से जुड़ गए।
मनोज यादव चंदौली में आरक्षण, दोहरी शिक्षा, बेरोजगारी, भूखमरी,राजनीतिक भ्रष्टाचार आदि के मुद्दे पर जनसंवाद कर रहे थे। मनोज ने चंदौली के स्थानीय लोगों से संवाद किया। मनोज का कहना है कि वह सामाजिक न्याय के जानकारों के साथ चिंतन मनन कर बहुजनों को एक मंच पर लाने की कोशिश में जुटे हैं।
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सामाजिक न्याय कार्यक्रम
मुख्य अतिथि के रुप में संबोधित करते हुए सामाजिक न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज यादव ने कहा कि चंदौली अपने सामंती मिजाज और ‘सामाजिक भ्रष्टाचार’के लिए जाना जाता है। इसके कारण आज चंदौली के गरीब, मजदूर अपनी अस्मत बचाने के लिए नक्सल की तरफ झुककर हथियार ऊठाने को मजबूर हैं।
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फर्क इंडिया से बातचीत में मनोज ने बताया कि आज तक की सरकारों ने हमारे मूलभूत सुविधाओं को दरकिनार कर सिर्फ वोट लेने की तरफ दिया। जब तक हम संगठित होकर अपने अधिकार के लिए नहीं लड़ेगें, तब तक हमें गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी, दलितों पिछड़ों की सांस्थानिक हत्या से भी मुक्ति नहीं मिलेगी।
कार्यक्रम में सैकड़ों लोग हुए शामिल
इस सम्मेलन में आलोक नाथ भंटू, राजेश भारती, यशवंत यादव, गोरखनाथ यादव आदि सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।