संसद का सेंट्रल हॉल भारत के अनेक ऐतिहासिक पलों का गवाह रहा है. इसी सेंट्रल हॉल में आज देश के नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का शपथग्रहण समारोह हुआ. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जेएस खेहर ने उन्हें शपथ दिलाई.
राष्ट्रपति के शपथग्रहण के लिए जो मंच सजा, वहां एक साथ पांच कुर्सियां लगाई गईं. बाएं से सबसे पहले स्पीकर सुमित्रा महाजन, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रणब मुखर्जी, रामनाथ कोविंद और जस्टिस जेएस खेहर बैठे.
अभी-अभी: बैठक में मोदी ने लगाई सांसदों की क्लास, कहा अनुपस्थिति बर्दाश्त नहीं
शपथ लेने के बाद परंपरा के मुताबिक तमाम लोग अपनी जगह पर बैठे रहे, लेकिन प्रणब मुखर्जी और रामनाथ कोविंद की कुर्सी की अदला बदली की गई. जिस कुर्सी पर प्रणब मुखर्जी बैठे थे, उस पर अब रामनाथ कोविंद बैठे. प्रणब मुखर्जी ने उन्हें बधाई देते हुए बिठाया. फिर रामनाथ कोविंद ने बतौर राष्ट्रपति अपना पहला भाषण दिया. उनके भाषण के बाद उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने राष्ट्रपति के हिंदी भाषण का अंग्रेजी में संक्षिप्त अनुवाद पेश किया. इसके बाद नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अनुमति पर उनके राष्ट्रपति बनने का एलान हुआ. फिर राष्ट्रगान की धुन बजी. जैसे ही राष्ट्रगान पूरा हुआ… सेंट्रल हॉल में पहले ‘भारत माता की जय’ और फिर ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए गए.
इन्हीं नारों के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सेंट्रल हॉल से बाहर निकलने के लिए चल पड़े. उनके पीछे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, हामिद अंसारी, सुमित्रा महाजन थीं. आपको बता दें कि भारत के संसदीय इतिहास में बहुत कम ही ऐसे मौके आए हैं जब ऐसे समारोहों के बाद इन नारों की गूंज सुनी गई हो.