राम जन्मभूमि मामले में पक्षकार और निर्मोही अखाड़ा के महंत भास्कर दास का लंबी बीमारी के बाद दिल का दौरा पड़ने से शनिवार को निधन हो गया. 90 साल के भास्कर दास को दिल का दौरा पड़ने के बाद शुक्रवार को फैजाबाद के निजी अस्पताल हृदय हर्षण संस्थान में भर्ती कराया गया था. जहां शनिवार को तड़के 3 बजे की भोर उन्होंने अंतिम सांस ली.
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बता दें कि महंत भास्कर दास निर्मोही अखाड़े के सरपंच और नाका हनुमान गढ़ी के महंत थे. भास्कर दास के निधन पर संतों और महात्माओं ने दुख जताया है. राम मंदिर के पक्षकारों में शोक छा गया है. भास्कर का दास पार्थिव शरीर उनके श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए हनुमानगढ़ी में रखा जाएगा. महंत का अंतिम संस्कार अयोध्या के सरयू तट पर किया जाएगा.