नवनीत सिकेरा, आईजी
आईपीएस नवनीत सिकेरा अब तक 56 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं. इसी तेजतर्रार आईपीएस ने कुख्यात गैंगस्टर रमेश कालिया के आतंक को खत्म किया था. नवनीत सिकेरा की अगुवाई में पुलिस ने बारातियों का वेश बदलकर रमेश कालिया को मौत के घाट उतारा था. कॉलेज में इंजीनियर बनने के लिए गए नवनीत थाने में पिता के साथ हुई अभद्रता के बाद आईपीएस बने थे. मेरठ, बनारस और मुजफ्फरनगर में बदमाशों के एनकाउंटर कर जरायम की दुनिया को शांत कर दिया.
दलजीत चौधरी, एडीजी
5 वीरता पुरस्कार पाने वाले दलजीत चौधरी अब तक 60 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं. हाल ही में लखनऊ में सैफउल्लाह का एनकाउंटर किया था. दलजीत एसटीएफ से भी जुड़े रहे हैं. लखनऊ में व्यापारियों से रंगदारी वसूलने वाले कई बड़े बदमाशों को भी दलजीत चौधरी निपटा चुके हैं. दलजीत ने सबसे ज्यादा इटावा में डकैतों का सफाया किया है.
अनंत देव, एसएसपी
अनंत देव की गिनती भी तेजतर्रार आईपीएस में होती है. अनंत अब तक 60 से अधिक एनकाउंटर कर चुके हैं. पुलिस वालों को मारने वाला ठोकिया गैंग के लीडर ददुआ को भी अनंत देव ने ही मारा था. ददुआ को मारने के बाद उसकी पूरी गैंग का सफाया भी किया था. इसके अलावा भी बीहड़ों में सिर उठाने वाले नए-नए बदमाशों का सफाया करने का श्रेय अनंत देव को ही जाता है. इन्हें कई वीरता पुरस्कार भी मिले हैं.
राजेश पाण्डे, एसएसपी
50 एनकाउंटर करने और तीन बार वीरता पुरस्कार पाने वाले एसएसपी राजेश पाण्डे ने ही श्रीप्रकाश शुक्ला का एनकाउंटर किया था. बनारस ब्लास्ट में शामिल आतंकवादी सलार को भी राजेश पाण्डे ने ढेर किया था. कहा जाता है कि किसी भी जिले में नेटवर्क बनाने में राजेश का कोई तोड़ नहीं है. वह अपराधियों के बारे में हमेशा आम लोगों से ही जानकारी जुटाते हैं.