भारतीय वायुसेना ने रूस के 400 डिफेंस तंत्र का सफल परीक्षण किया। माना जा रहा है कि रूस भारत को यह सिस्टम प्रदान करने जा रहा है। जल्द ही यह भारत के पास होगा। यदि यह भारत को मिल जाता है तो फिर भारत करीब 400 मीटर के दायरे में दुश्मन के किसी भी फायटर एयरक्राफ्ट, सर्विलांस, एयरक्राफ्ट क्रूज मिसाईल व ड्रोन आदि को हवाई क्षेत्र में ही मार गिराएगा। डिफेंस सिस्टम के दायरे में पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र चीनल का हवाई क्षेत्र होगा।
चीन ने डिफेंस सिस्टम पहले से ही तैनात किया हुआ है। मगर भारत के पास इसकी कमी का अनुभव किया जा रहा था। यदि भारत इसे प्राप्त कर लेगा तो फिर भारत पाकिस्तान से होने वाले हवाई हमलों को रोक सकेगा। साथ ही चीन को लेकर भी पाकिस्तान अपनी इस क्षमता को बढ़ा सकता है।
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मिली जानकारी के अनुसार वायु और रक्षा मिसाईल एक प्रणाली का भाग है यह वर्ष 2007 में रूस की सेना में शामिल की गई थी। मिली जानकारी के अनुसार मिसाइल से लेकर ड्रोन तक यानी इसकी मौजूदगी में कोई भी हवाई हमला आसानी से नाकाम किया जा सकता है। पाकिस्तान या चीन की न्यूक्लियर पावर्ड बैलिस्टिक मिसाइलों से भी यह बचाएगा। यह एक तरह का मिसाइल शील्ड है।