प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 34वीं बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम से देश को संबोधित कर रहे हैं. पीएम हर महीने के आखिरी रविवार को 11 बजे इस कार्यक्रम के माध्यम से देश को संबोधित करते हैं.
-वर्षा जब विकराल रूप लेती है तब पता चलता है कि पानी की विनाश करने की भी कितनी ताकत होती है
-बाढ़ जैसी आपदाएं (प्रकृति का भीषण स्वरूप) बहुत विनाश कर देती हैं
-पर्यावरण में बदलाव का निगेटिव असर हो रहा है
अभी-अभी: भारत की NSG मेंबरशिप का US ने किया अब ऐसा काम, चीन-पाक की ही नही पूरी दुनिया की उड़ी नींद…
-भारत के कई हिस्से बढ़ से जूढ रहे हैं व्यापक स्तर पर राहत कार्य हो रहे हैं, पूरी मॉनीटरिंग हो रही
-बाढ़ पीढ़ितों को मदद के भरकस प्रयास हो रहे हैं
-हमारे किसान भाइयों को बाढ़ से काफी नुकसान होता है, हमने बीमा कंपनियों को एक्टिव करने की योजना बनाई है
-बाढ़ से निपटने के लिए हेल्पलाइन 1078 लगातार काम कर रही है
-मौसम का पूर्वानुमान अब करीब सटीक निकलता है, हम भी इसके मुताबिक कार्यक्रम तय करें ताकि नुकसान से बच सकें
-मन की बात के लिए मुझसे ज्यादा देश के नागरिक तैयारी करते हैं
-जीएसटी को लेकर बहुत सारी चिट्ठियां और कॉल आईं
पीएम इस कार्यक्रम के माध्यम से देश की जनता को जागरुक करना का काम तो करते ही हैं, साथ ही इससे आकाशवाणी को भारी राजस्व भी मिलता है. हाल ही में सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने लोकसभा में इससे जुड़ी जानकारी रखी. उन्होंने सदन को बताया कि पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम से आकाशवाणी को 10 करोड़ की कमाई हुई है. उन्होंने बताया कि पिछले दो साल में मन की बात कार्यक्रम से ये राजस्व जमा हुआ है. राज्यवर्धन राठौड़ ने बताया कि 2015-16 वित्तीय वर्ष में आकाशवाणी को मन की बात कार्यक्रम से 4.78 करोड़ रुपये की कमाई हुई. जबकि 2016-17 वित्तीय वर्ष में ये राजस्व बढ़कर 5.19 करोड़ हो ग