लाहौर हाईकोर्ट ने भारतीय टीवी सीरियल्स पर पाकिस्तान में लगे बैन को हटा दिया है. ये बैन पाकिस्तान इलेक्ट्रिक मीडिया रेग्युलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने लगा रखा था. पाकिस्तान की संघीय सरकार की ओर से कोई आपत्ति नहीं जताए जाने पर कोर्ट ने प्रतिबंध हटाने का आदेश दिया.
PEMRA ने 19 अक्टूबर 2016 को अधिसूचना जारी कर सभी तरह के भारतीय कंटेंट के प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया था. उरी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तल्खी आने के बाद PEMRA ने ये फैसला किया था.
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PEMRA ने फरवरी 2017 में भारतीय फिल्मों पर से तो रोक हटा ली थी लेकिन भारतीय टीवी सीरियल्स पर प्रतिबंध जारी रखा. एक याचिका में भारतीय टीवी सीरियल्स पर प्रतिबंध को चुनौती दी गई थी. याची की तरफ से पैरवी करते हुए अस्मा जहांगीर ने कहा कि ये बड़ा विचित्र है कि भारतीय फिल्में तो दिखाई जा सकती हैं लेकिन भारतीय टीवी सीरियल्स के प्रसारण पर प्रतिबंध जारी है. याचिका में कहा गया कि PEMRA ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर प्रतिबंध की अधिसूचना जारी की. याचिका में कहा गया कि सरकार ‘चुनींदा देशप्रेम’ में शामिल है क्योंकि भारतीय फिल्में तो पूरे पाकिस्तान में रिलीज हो सकती हैं, लेकिन उन्हें टीवी पर नहीं दिखाया जा सकता.
लाहौर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस मंसूर अली शाह ने कहा कि अगर भारतीय कंटेंट में कुछ आपत्तिजनक हो या पाकिस्तान विरोधी बातें हों तो उन्हें सेंसर किया जा सकता है लेकिन पूरी तरह बैन लगाने की जरूरत नहीं है. शाह ने कहा अब दुनिया ग्लोबल विलेज बन चुकी है.