प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विशेष विमान से दोपहर करीब ढाई बजे इलाहाबाद से उधमपुर एयर स्टेशन पहुंचे। वहां से उन्हें एयरफोर्स के एमआई-17 हेलीकॉप्टर से चिनैनी लाया गया। हेलीपैड से वे सड़क मार्ग से चिनैनी नाशरी टनल पहुंचे।
प्रधानमंत्री के तय कार्यक्रम के मुताबिक अधिकारियों से टनल के बारे में जानकारी ले रहे हैं और टनल का निरीक्षण कर रहे हैं। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री उधमपुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे।
इस टनल के खुलने से जम्मू और श्रीनगर के बीच की दूरी 30 किलोमीटर कम हो जाएगी। बारिश और बर्फबारी के दिनों में हाईवे बंद होने की समस्या से भी लोगों को निजात मिलेगी।
सुरक्षा ऐसी की परिंदा भी पर न मार पाए
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली के लिए सुरक्षा के ऐसे पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं कि परिंदे के लिए भी पर मारना आसान नहीं होगा। चूंकि उधमपुर में रैली स्थल के पास ही सेना की उत्तरी कमान का मुख्यालय भी है लिहाजा सुरक्षा व्यवस्था के क्रम में खास एहतियात बरती जा रही है। उधमपुर आतंकी हमलों के दृष्टिकोण से भी संवेदनशील रहा है।
नगरोटा में सैन्य शिविर पर कुछ महीने पहले ही आतंकी हमला हो चुका है और पाकिस्तानी आतंकी नावेद ने भी इस इलाके में ठिकाना बनाया था। लिहाजा सुरक्षा के तीसरे घेरे में सेना को तैनात करने का निर्णय लिया गया है।
दौरे से चार दिन पहले से ही चिनैनी के जंगलों की ड्रोन से निगरानी शुरू कर दी गई थी। रैली स्थल और उद्घाटन स्थल की निगरानी लगातार ड्रोन से हो रही है। उद्घाटन के लिए पीएम 5 किलोमीटर की दूरी सड़क मार्ग से तय करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को लेकर कश्मीर घाटी में अलगाववादियों का बंद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार दोपहर तीन बजे चिनैनी-नाशरी टनल को देश का समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री के दौरे के विरोध में अलगाववादियों ने कश्मीर घाटी में बंद का एलान किया है। जिसके चलते कश्मीर घाटी में व्यापारिक प्रतिष्ठान और दुकानें बंद हैं।
प्रशासन ने भी अलगाववादियों के बंद को देखते हुए कश्मीर घाटी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। श्रीनगर के मैसूमा इलाके में शनिवार को मची अफरा तफरी के बाद सुरक्षा एजेंसियां और सतर्क हो गई है। वहां पर सभी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।